भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश में बीते चार दिनों से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में रुक-रुककर हल्की बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो रही है। रविवार को भी दतिया जिले में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और इसके साथ 10 मिनट तक ओले भी गिरे। वहीं, गुना भी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि के बाद गुना में किसानों ने चक्काजाम कर दिया।
दरअसल, प्रदेश में बीते चार दिनों से अलग-अलग हिस्सों में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। रविवार को भी सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए हुए हैं। इसके साथ ही दतिया और गुना में तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई है। इधर, मौसम विभाग का कहना है कि रविवार शाम तक प्रदेश में बारिश और आंधी का दौर थम जाएगा, लेकिन पांच मार्च को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसकी वजह से प्रदेश के कई जिलों में फिर बारिश हो सकती है। हालांकि, रविवार को उत्तर प्रदेश से लगे ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है।
भोपाल के वरिष्ठ मौसम विशेष अजय शुक्ला ने बताया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बनी मौसम प्रणालियों के कारण वर्तमान में हवाओं का रुख दक्षिणी बनी हुआ है। हवाओं के साथ अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो रही है। बादल बने रहने के कारण दिन के तापमान में गिरावट भी बनी हुई है, लेकिन रात का तापमान बढ़ रहा है। अब मौसम प्रणालियों के कमजोर पड़कर आगे बढ़ने की संभावना है। इस वजह से मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। सागर संभाग के जिलों में एवं सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, मुरैना, ग्वालियर, भिंड, श्योपुर और दतिया जिले में हल्की वर्षा हो सकती है।
इधर, बारिश और ओलों से फसलों की हालत देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संबंधित जिला कलेक्टरों को तत्काल सर्वे के निर्देश दिए हैं। वहीं, केंद्रीय नागरिग उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि पर चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा है कि गुना, अशोकनगर और शिवपुरी ज़िलों के ग्रामीण क्षेत्रों मे ओलावृष्टि की सूचना मिली है। विपत्ति की घड़ी मे मेरे तीनों ज़िलों के परिवारजनों के साथ खड़ा हूं। इस संबंध में मैंने प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए हैं कि क्षतिग्रस्त फसलों का जल्द सर्वे कर प्रभावित किसानों को राहत प्रदान की जाये।