इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) लोकल सेंटर जबलपुर के तत्वावधान और भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से तीन दिवसीय 38वीं भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस 27 दिसम्बर से 29 दिसम्बर तक होटल रॉयल ऑर्बिट, जबलपुर आयोजित हो रही है।
“रीइमेजिनिंग टुमॉरो: शेपिंग द फ्यूचर थ्रू डिसरप्टिव एंड इंटरडिसिप्लिनरी टेक्नोलॉजीज” विषय पर आयोजित इस इंजीनियरिंग कांग्रेस का उद्घाटन मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल करेगें। मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व सचिव यूपी सिंह होगें।
इंजीनियरिंग कांग्रेस में उद्योग उत्कृष्टता पुरस्कार और शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार भी प्रदान किये जायेंगे। इस आयोजन के दौरान विभिन्न पीएसयू और बहुराष्ट्रीय कंपनियों सहित कुल 18 उद्योगों और 9 प्रसिद्ध इंजीनियरिंग शैक्षणिक संस्थानों को पुरस्कृत किया जाएगा।
तीन दिनों के आयोजनों में देश और विदेशी के शीर्ष इंजीनियरिंग पेशेवरों द्वारा इंजीनियरिंग पेशे के दिग्गजों की स्मृति में 8 मेमोरियल व्याख्यान दिए जाएंगे। कार्यक्रम में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दो प्रतिष्ठित इंजीनियरों को सम्मानित किया जायेगा। जिनमें लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी, वीएसएम (सेवानिवृत्त), पूर्व निदेशक, सीमा सड़क और विनय कुमार सिंह, एमडी, एनसीआरटीसी शामिल हैं।
लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड की प्रबंधन कार्यकारी समिति के सदस्य जयंत डी पाटिल और द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, श्रीलंका (आईईएसएल) के अध्यक्ष डॉ. रंजीत डिसनायके द्वारा दूरदर्शी वार्ताये प्रस्तुत की जावेगी।
कोरियाई इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, श्रीलंका, द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, बांग्लादेश, नेपाल इंजीनियर्स एसोसिएशन, कुवैत और नेपाल ओवरसीज चैप्टर के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेगें।
75 पेपर होगें प्रस्तुत
इंजीनियरिंग कांग्रेस में सेमिनार के लिए दस तकनीकी सत्र निर्धारित किए गए हैं, जिसमें इंजीनियरिंग की विभिन्न शाखाओं से लगभग 75 पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे। इंजीनियरिंग कांग्रेस के दौरान एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जहां उद्योगों और शैक्षणिक संस्थानों को अपने उत्पादों, प्रौद्योगिकी और सेवाओं को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।