मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की डी.के.जैन प्रधानाध्यापक शासकीय माध्यमिक शाला पश्चिमी करियापाथर संकुल केन्द्र शासकीय हाईस्कूल बेलबाग जबलपुर का दिनांक 15 अक्टूबर 2021 को शासकीय सेवा में रहते देहांत हो गया। मृतक प्रधानाध्यापक की पत्नी का पूर्व में ही स्वर्गवास हो चुका है, आश्रित परिवार में केवल मृतक का एक पुत्र एवं मानसिक रूप से रूप से विक्षिप्त एक पुत्री है।
किन्तु शिक्षा विभाग के असंवेदनशील हटधर्मी, भ्रष्टाचारी, तानाशाह संकुल प्राचार्य द्वारा आश्रित परिवार को अनुग्रह राशि का भुगतान आज दिनांक तक नहीं किया गया है। अनुग्रह राशि न मिलने से पीड़ित परिवार को दाह संस्कार, एवं अन्य रीति रिवाज आदि में करने के लिए उधार लेना पड़ रहा है। जबकि नियम यह है कि शासकीय सेवक की मृत्यु होने पर उसके आश्रित परिवार को 24 घण्टों के भीतर अनुग्रह राशि का भुगतान हो जाना चाहिए।
शिक्षा विभाग में बढती अराजकता व असंवेदनशीलता का यह परिणाम है कि आज अनाथ बच्चों को दर-दर की ठोकरें खाने मजबूर होना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग में विगत कई माहों से जिला शिक्षा अधिकारी का प्राचार्य पर कोई अंकुश नहीं होने से जिले के प्राचार्य निरंकुश हो गये है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, संजय यादव, मुकेश सिंह, चंदु जाउलकर, उमेश पारखी, विटू आहलोवालिया, विपिन शर्मा, सुधीर पण्डया, गोविन्द विल्थरे, रजनीश तिवारी, डी.डी.गुप्ता, पवन श्रीवास्तव, एके त्रिपाठी, डीके नेमा, आरके परोहा, एसके बांदिल, गोविन्द आदि ने कलेक्टर जबलपुर से मांग की है मृतक के आश्रित परिवार को अनुग्रह राशि, बीमा, जीपीएफ एवं पेंशन प्रकरण का शीध निराकरण कराते हुए दोषी संकुल प्राचार्य के विरूद्ध निलंबन की कार्यवाही की मांग की है।