भोपाल (हि.स.)। जल का महत्व कितना अधिक है, यह समय-समय पर कवि, साहित्यकार अपने लेखन के माध्यम से अभिव्यक्त करते रहे हैं, यह इसका महत्व ही है कि आज मध्यप्रदेश में एक जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि को अपने क्षेत्र में पानी की कमी दूर करने के लिए एक सरकारी अधिकारी (एसडीएम) के पैर तक छूने पड़ गए। जिससे जुड़ा एक वीडियो अभी सोशल मीडिया पर वायरल है।
दरअसल, विदिशा के सिरोंज तहसील से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा लगातार अपने क्षेत्र में पानी की कमी को लेकर अधिकारियों से बोलते आ रहे थे, लेकिन इसके बाद भी उनकी बातों को कोई अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहा था, ऐसे में वे अपनी बात रखने तहसील कार्यालय पहुंच गए और उन्होंने एसडीएम हर्षल चौधरी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता पानी की कमी से परेशान हो है। मैं कई बार इस संबंध में अधिकारियों से बोल चुका हूं लेकिन इस ओर कोई ध्यान देनेवाला नहीं।
शर्मा का आरोप है कि गांवों में नल जल योजनाएं असफल हो चुकी हैं। ठेकेदार और अधिकारी मिलकर पैसे खा रहे हैं। पिछले दिन से यहां घरों तक पानी नहीं पहुंच सका है। पीएचई विभाग पूरी तरह फेल हो चुका है, सर्वत्र यही दिखाई देता है। कुछ अफसर कांग्रेस से मिले हुए हैं। ये केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार को किसी भी तरह से राज्य में असफल सिद्ध कर देना चाहते हैं आप कुछ कीजिए।
विधायक उमाकांत शर्मा का कहना है कि मैं स्थानीय राजस्व, सामान्य प्रशासन एवं अनुविभागीय स्तर पर अनेकों बार अवगत कर चुका हूँ परंतु नपा प्रशासन, तहसील के राजस्व प्रशासन, पीएचई, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी तथा जिला स्तरीय प्रशासन समस्या का निदान करने में पूरी तरह विफल रहा है। जिलाधीश को भी दूरभाष पर उपरोक्त समस्याएं अवगत कराने के बाद भी मप्र सरकार की रीति-नीति एवं मंशा अनुरूप उक्त समस्याओं का निराकरण प्रभावी रूप से जनहित में नहीं किया जा रहा है। नल जल योजनाओं के ठेकेदारों की मनमानी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में घटिया काम किया जा रहा है और जिला प्रशासन भी इनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही न करके अपनी उदासीनता का परिचय दे रहा है।
उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से विदिशा जिलाधीश से नगर एवं शहर में जल प्रदाय व्यवस्था दुरुस्त करने एवं लापरवाही बरतने वाले अधिकारी कर्मचारियों एवं ठेकेदारों के विरुद्ध योग्य कार्रवाई करने की माँग की है। विधायक शर्मा के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में वे बहुत देर तक एसडीएम के सामने हाथ जोड़कर खड़े दिखाई दे रहे हैं। वे यह कहते हुए भी सुनाई दे रहे हैं कि ‘मैं आज आम आदमी की तरह हाथ जोड़कर और पांव छूकर निवेदन कर रहा हूं कि जल संकट को लेकर गंभीरता से काम करिए। जनता को कुछ तो राहत मिलेगी।’ वहीं, मामले में एसडीएम हर्षल चौधरी की ओर से कहा गया है कि प्रशासन अपना काम कर रहा है। पानी की समस्या जल्द दूर हो जाएगी। इसके लिए शासन अपने पूरे प्रयास कर रहा है।