वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ की मुख्यालय कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर व उनके पुत्र कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर को संघ विरोधी गतिविधि, असंवैधानिक तरीके से पड़ के दुरुपयोग के आरोप में और परिवारवाद को बढ़ावा देने के कारण संगठन से निलंबित करते हुए कारण बताओं नोटिस जारी किया है।
जानकारी के अनुसार मज़दूर संघ की केंद्रीय कार्यकारिणी के अधिकांश सदस्यों ने बहुमत के साथ सर्वसम्मति से तत्काल प्रभाव से पमरे मजदूर संघ के अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर व उनके पुत्र अमित भटनागर के सभी अधिकार छीन लिये गये हैं। साथ ही उनके मज़दूर संघ की किसी भी बैठक और गतिविधि में शामिल होने पर भी रोक लगा दी गई है।
जबलपुर के होटल डिलाइट में अचानक बुलाई गई इस बैठक में पमरे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा, सीएम उपाध्याय, एसके वर्मा, सतीश कुमार सहित 112 सदस्यों की वर्किंग कमेटी के 80 सदस्य उपस्थित रहे। इस बैठक में मज़दूर संघ के जबलपुर, भोपाल व कोटा मंडल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बताया जा रहा है कि कार्यकारिणी ने एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष व पमरे मजदूर संघ के अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर पर परिवारवाद व संगठन विरोधी गतिविधियों के आरोप लगाये गए। संघ सदस्यों का कहना है कि डॉ भटनागर संगठन में परिवारवाद फैला रहे हैं, वे अपने पुत्र अमित भटनागर को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर अपना उत्तराधिकारी बना कर आगे बढ़ा रहे हैं, जबकि अमित भटनागर रेलवे कर्मचारी नहीं है और न ही उन्हें संगठन की कार्यप्रणाली का ज्ञान है।
बताया जा रहा है कि बैठक में रेलवे मजदूर संघ की कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष डॉ भटनागर व उनके पुत्र अमित भटनागर को संघ विरोधी गतिविधियों के कारण तथा असंवैधानिक तरीके से पद का दुरुपयोग करने के कारण निलंबित कर दिया गया। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।