मध्य प्रदेश में यूनाइटेड फोरम के नेतृत्व में बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार आंदोलन का असर दिखाई देने लगा है। प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के मैदानी अमले द्वारा कार्य न किये जाने से पूरे प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की लगभग 10 हजार से ज्यादा शिकायतें पेंडिंग हो गई हैं।
बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों के 24 घंटे के कार्य बहिष्कार आंदोलन के चलते उपभोक्ताओं की शिकायतों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है।
वहीं कार्य बहिष्कार आंदोलन की समाप्ति के बाद भी आज शिकायतों का निराकरण होने की कोई संभावना नहीं है। क्योंकि मैदानी अमले की कमी के चलते इसमें 48 घंटे से ज्यादा समय लग सकता है।
जिस कारण जिन उपभोक्ताओं के घर की बिजली गुल हुई है, उन्हें कई घंटों तक बिना बिजली के ही रहना होगा।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते पूरे प्रदेश में बिजली से सम्बंधित लगभग 10 हजार शिकायतें पेंडिंग हो गई हैं।
जिनमें अकेले पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में लगभग 3100 से ज्यादा शिकायतें पेंडिंग पड़ी हैं। वही मध्य क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनियों में भी हजारों शिकायतें पेंडिंग बताई जा रही हैं।