Monday, July 1, 2024
Homeटॉप न्यूजएचएएल को 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड के लिए 45 हजार करोड़...

एचएएल को 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड के लिए 45 हजार करोड़ रुपये का टेंडर

नई दिल्ली (हि.स.)। रक्षा मंत्रालय ने 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) प्रचंड के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) को 45 हजार करोड़ रुपये से अधिक का टेंडर दे दिया है। कंपनी ने कहा कि 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों में से 90 भारतीय सेना (आईए) के लिए और शेष 66 भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए खरीदे जाएंगे। केंद्र सरकार ने पिछले साल 30 नवंबर को एलसीएच प्रचंड खरीदने के लिए मंजूरी दी थी।

दुनिया का पहला स्वदेशी हल्का अटैक हेलीकॉप्टर (एलसीएच) ‘प्रचंड’ भारतीय सेना और वायु सेना के लिए नई ताकत बनकर उभरा है। इसे चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात करने के लिए वायु सेना ने 156 हेलीकॉप्टर खरीदने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था, जिसे पिछले साल 30 नवंबर को मंजूरी मिली थी। पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए एलसीएच की पहली स्क्वाड्रन ‘धनुष’ राजस्थान के जोधपुर में पिछले साल 03 अक्टूबर को शुरू की गई थी। पहली खेप में एचएएल से मिले 04 हेलीकॉप्टरों को इसी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना के बेड़े में शामिल किया था। इसके बाद से एक साल के भीतर एचएएल से सेना को 05 और वायु सेना को 10 हेलीकॉप्टर मिल चुके हैं, जिनका इस्तेमाल दोनों सेनाएं कर रही हैं।

एलसीएच प्रचंड 5,000 मीटर (16,400 फ़ीट) की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है, जो इसे सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख के उच्च-ऊंचाई वाले क्षेत्रों में संचालन के लिए आदर्श स्थिति है। यह हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को भी दागने में सक्षम है और दुश्मन के हवाई रक्षा अभियानों को नष्ट कर सकता है। स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए एचएएल को प्रस्ताव के लिए अनुरोध पत्र जारी किया है। भारत की प्रमुख एयरोनॉटिकल कंपनी एचएएल छह साल की समय-सीमा के भीतर पूरे ऑर्डर की आपूर्ति करेगी। इस परियोजना से हेलीकॉप्टर डिजाइन और विकास में भारत की आत्मनिर्भरता को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

एलसीएच प्रचंड में फिलहाल 45 फीसदी स्वदेशी सामग्री है, जो सीरियल उत्पादन शुरू होने के साथ 55 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है। इस शक्तिशाली हेलीकॉप्टर को उच्च ऊंचाई वाले युद्ध और टोही मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी तैनाती सशस्त्र बलों को देश की सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान करेगी। विश्लेषकों का मानना है कि यह सौदा न केवल भारत की रक्षा तैयारियों को बढ़ाएगा, बल्कि इससे महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ भी होगा।

टॉप हेडलाइंस

नृत्य और नाट्यशास्त्र समन्वय की नयी उम्मीद हैं मेधाविनी वरखेड़ी

शिक्षा और संस्कृति से समृद्ध परिवार में जन्मी सुश्री मेधाविनी वरखेड़ी भरतनाट्यम की अत्यन्त प्रतिभावान युवा नृत्यांगना हैं और अपने नाम के ही अनुरूप...

कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव जबलपुर-2024 का विजन

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव जबलपुर-2024 की आवश्‍यकता और तैयारियों के संबंध में आज कलेक्टर दीपक सक्सेना ने प्रेसवार्ता कर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के विजन को बताया। उन्‍होंने...

गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति, राजस्व संग्रहण और शिकायत निवारण के लिए गंभीर रहें बिजली अधिकारी: प्रबंध...

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर सोमवार को इंदौर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के दौरे पर रहे। अमित...

माता-पिता की सेवा कर सके बिजली कर्मी बेटा, इसलिए जल्द लागू की जाए गृह...

घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर परिवार के लिए कमाने वाला बेटा ही जब अपने परिवार के साथ नहीं रह पाता और अपने बूढ़े माता-पिता...

लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने ग्रहण किया थलसेना के उपप्रमुख का पदभार

लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने आज 1 जुलाई 2024 भारतीय सेना के उप प्रमुख का पदभार ग्रहण किया। वे लखनऊ स्थित मध्य कमान...

श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना के इंजीनियरों और कार्मिकों की सफलता, बना नया रिकॉर्ड

मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह दोंगलिया (एसएसटीपीपी खंडवा) के अभ‍ियंताओं व कार्मिकों ने एक बार फिर कमाल दिखाते हुए...

नए आपराधिक कानून के तहत एमपी के इस शहर में दर्ज हुआ देश का...

ग्वालियर (हि.स.)। देश में सोमवार से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। इसके साथ ही इन कानूनों पर अमल भी शुरू हो...

भारतीय न्याय प्रणाली को अंग्रेजों के बनाए कानून से मिली मुक्ति, कानूनों के क्रियान्वयन के...

देशभर में आज 1 जुलाई से भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की जगह भारतीय न्याय संहिता (BNS),क्रिमिनल प्रोसीजर कोड की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और...

आम जन तक पहुँचाएं नए स्वरूप में लागू किए गए कानून की जानकारियाँ: सीएम...

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल से देश में गुलामी की निशानियों को समाप्त करने के...