गुणों एवं शक्ति के भंडार गाजर के लाभकारी प्रयोग

सर्दियों में आने वाला गाजर शक्ति और गुणों का भंडार है। गाजर प्रकृति प्रदत्त एक अनमोल उपहार है। गाजर में शरीर को स्वस्थ रखने वाले तत्व पाए जाते हैं। यह शारीरिक एवं बौद्धिक विकास में लाभकारी है। इससे नेत्र ज्योति व स्मरण शक्ति में भी वृद्धि होती है। इसमें लौह व गंधक होने से रक्त की वृद्धि व शुद्धि में मदद मिलती है। प्राकृतिक चिकित्सकों ने इसे गरीबों का सेब कहकर नवाजा है।

गाजर रस के लाभकारी प्रयोग

  • आरोग्य शक्तिवर्धक गाजर में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स होता है, जो पाचन संस्थान को शक्तिशाली बनाता है व पेट के अनेक रोगों में लाभकारी है।
  • यह भोजन पचाने में मदद करता है तथा मल साफ लाता है। लम्बी बीमारी के बाद उसकी क्षतिपूर्ति करने में गाजर का रस बहुत ही प्रभावकारी है। यह रोगी को चुस्त, तरोताजा और शक्तिशाली बनाता है।
  • गाजर से मस्तिष्क को शक्ति मिलती है व थकान दूर होती है। यह अनिद्रा रोग में लाभकारी है।
  • महिलाओं को गर्भावस्था में गाजर का रस पीते रहने से शरीर में लौह तथा कैल्शियम की कमी नहीं रहती। दुग्धपान कराने वाली माताओं को भी रोज सुबह गाजर का रस पीना चाहिए, इससे उनके दूध की गुणवत्ता बढ़ती है।
  • दांतों की मजबूती के लिए 7 मिली गाजर का रस प्रतिदिन पीने से मसूड़े व दांतों की जड़ें मजबूत बनती हैं और दांतों के रोग पैदा नहीं होते।
  • नेत्र ज्योति की वृद्धि के लिए 125-125 मिली पालक और गाजर का रस मिलाकर सेवन करते रहने से दृष्टि की कमजोरी दूर हो जाती है।
  • लाल रक्त कण बढ़ाने हेतु 250 मिली गाजर के रस में पालक का रस मिलाकर पियें।
  • बच्चों की दुर्बलता दूर करने हेतु 2-3 चम्मच गाजर का रस दुर्बल बच्चों को प्रतिदिन 3 बार पिलाने से बच्चे हृष्ट-पुष्ट हो जाते हैं।
  • दुग्धपान करने वाले बच्चों को गाजर का रस पिलाने से उनके दाँत सरलता से निकलते हैं और दूध भी ठीक से पचता है।

गाजर के औषधीय प्रयोग

  • गाजर में पाया जाने वाला कैरोटीन नामक औषधीय तत्व कैंसर-नियंत्रण में उपयोगी है। ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) और पेट के कैंसर में यह लाभप्रद है।
  • गाजर का रस कीटाणुनाशक है व संक्रमण को दूर करता है। इससे रक्त शुद्ध होता है और खुजली, फोड़े-फुंसियों व कील-मुंहासों से छुटकारा मिलता है। रोगी के पीले चेहरे का रंग गुलाबी हो जाता है।
  • कब्ज में 250 मिली गाजर के रस में 50 मिली पालक का रस और थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर पिएं, नमक न मिलायें।
  • एक बार में एक गिलास (250 मिली) से अधिक रस न पियें।

सावधानी

  • गाजर खाने के बाद तुरंत पानी न पियें।
  • गाजर के बीच का पीला भाग निकालकर ही गाजर का उपयोग करना चाहिए।