आँख दिखाने की कोशिश मत कर- मनोज शाह

हमारी सब्र की इंतहा मत ले
हम मरकर भी मारना जानते हैं
हम हमेशा शांति समर्पण देश है
कोई उकसाए तो मारना भी जानते हैं

बासठ वाली गलतफहमियां
बार-बार  मत दोहराओ
ड्रैगन जैसे खेल खिलौने
से हमको मत धमकाओ

चीनी तोप तमंचे से यहां
बच्चे खेला करते हैं
अस्सी अस्सी घाव को
सीने पर खेला करते हैं

वीर शहादत देते आए हैं यहां
नारी भी लड़ सकती है
निज गौरव की खातिर स्वयं
काल से भी भिड़ सकती है

चीन को भारत की चेतावनी है
यह दुनिया में नया हिंदुस्तान है
आँख दिखाने की कोशिश मत कर
देश पर मिट जाने की हमारी शान है

-मनोज शाह ‘मानस’
नई दिल्ली