चलते कहाँ हैं: सुरेंद्र सैनी

लोग जो कहते हैं साथ चलते कहाँ हैं
नींद से जागकर आँख मलते कहाँ हैं

कुछ शख्स दुनिया में दबंग होते हैं
ऐसे लोग कभी किसी से डरते कहाँ हैं

देख लेते हैं होशगी-आँखों से सपने
इंसान ऐसे, ख़्वाबों को कुचलते कहाँ हैं

जो भी रखते हैं सदा नर्म-दिल अपना
किसी मासूम कली को मसलते कहाँ हैं

तेरे कर्म तो सदा साथ चलेंगे ‘उड़ता’
अपने किए पाप कभी गलते कहाँ हैं

सुरेंद्र सैनी बवानीवाल ‘उड़ता’
झज्जर, हरियाणा- 124103
संपर्क- 9466865227