ध्वजा तिरंगा: गौरीशंकर वैश्य

ध्वजा तिरंगा प्यारा है
भारत का ध्रुवतारा है

पिंगली वेंकैया जी ने
ध्वज को सुंदर रूप दिया,
केसरिया और हरे रंग से 
दोरंगा रँगरूप दिया, 

दो रंगो के बीच श्वेत रंग
जुड़ा बाद में न्यारा है

केसरिया बलिदान सिखाता
श्वेत रंग से पवित्रता, 
हरा रंग है आशाओं का,
तीनों रंग में विचित्रता, 

एक राष्ट्रध्वज के नीचे हम
सब में भाईचारा है

श्वेत रंग की पट्टी में है
अशोक चक्र का रंग नीला,
चक्र में हैं चौबीस तीलियाँ
धर्म प्रतीक है गर्वीला,

राष्ट्रगान के साथ गूँजता
‘वंदे मातरम’ नारा है

ध्वज का आदर मान करें हम
नत मस्तक हो जाते हैं, 
कभी न ध्वज जमीन पर फेंकें
क्षति न लेश पहुँचाते हैं,

देशभक्ति का पाठ पढ़ाता
सबका बना दुलारा है
ध्वजा तिरंगा प्यारा है

गौरीशंकर वैश्य विनम्र
117 आदिलनगर, विकासनगर 
लखनऊ, उत्तर प्रदेश- 226022
दूरभाष- 09956087585