हसीन सपने- अतुल पाठक

हर कोई चाहता है देखना हसीन सपने
हर किसी की ख़्वाहिश होती पूरे हों हसीन सपने

रंग-बिरंगे फूलों की बहार
प्यार ही प्यार ज़िन्दगी में बेशुमार

मधुरस प्रेमी भौंरा कली-कली पर जा बैठा
सरिता से सागर का प्रेम हसीन सपने जगा देता

सरिता की खुशबू सागर के मन को खूब लुभाती है
जैसे फ़ागुन की रुत आती है रंगों की फुहारें छाती है

रंग-बिरंगी तितली जैसे पंख पसारे झूम रही
हसीन सपनों की दुनिया भी प्यार के सहारे घूम रही

अपनेपन का एहसास हो
ज़िन्दगी का हर पल ख़ास हो

हमारी वजह से कभी न कोई नाराज़ हो
हमेशा खुशियों से भरी मुहब्बत का आगाज़ हो

हसीन सपनों का हक़ीक़त में वास हो
दिल-ए-ख़ास जीवन में कभी न उदास हो

-अतुल पाठक
हाथरस, उत्तर प्रदेश
संपर्क- 7253099710