तुम याद बहुत आए: संतोष सिंह

तुम याद बहुत आए
जीवन के हर मोड़ पर
तुम याद बहुत आए


पल पल तेरी बात निहारी
करवट करवट रात गुजारी
तुम याद बहुत आए


कही मधुर मिलन की चाह में
मेरी उम्र गुजर ना जाए
तुम याद बहुत आए

संतोष सिंह सानू