कल, आज और कल: अनामिका गुप्ता

अनामिका गुप्ता

आने वाला कल भी,चले जाना है
रह जायेगा बस यादों का खजाना है
बीते हुए पल, संजोते आने वाला कल
इन्हीं यादों के सहारे
बीत जाते, कल, आज और कल

कायल है दुनिया

यूं ही जद्दोजहद में
पागल है दुनिया
जिंदगी नहीं जिंदा लाशों की
कायल है दुनिया