वीर सिपाही- प्रीति कुमारी

देश के मेरे नौजवान,
वीर सिपाही देश की सच्ची शान

वीर सिपाही जब लड़ते है,
जिद पर अपनी अड़ते है,
तब दुश्मन के दिल दहलते है

सरहद पर गोली खाते है,
कोरोना मुक्त हो जाए हमारा भारत,
जान की बाजी लगाते है

निर्मम, निष्ठुर,लोगो को,
तनिक लाज नहीं आती है
पत्थर बरसाते है इन पर,
लाठियां चलाते है

देश का हमारा वीर सिपाही,
तब भी सेवा का हाथ बढ़ाता है
कहीं भूखा न रह जाए भारतवासी,
अन्न दाना उन तक पहुंचता है

मेरा वीर सिपाही है ऐसा,
जंग में सीने पर गोली खाता है,
देश की रक्षा खातिर अपना सर्वस्व लुटता है

भूखों को भोजन करवाए,
देश को आतंक से मुक्त कराए
वायरस कहीं न बढ़ जाए,
लोगो को विनम्रता से समझाए

चेन से हम सब सो पाए,
दिन रात ये काम करते है
वतन पर मरने मिटने वाले वीर,
किसी से न तनिक  डरते है

देश के मेरे नौजवान,
वीर सिपाही देश की सच्ची शान

-प्रीति कुमारी