चैत्र नवरात्रि नवमी: त्रिवेणी योग में मनाया जायेगा भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव

पूरे देश में रविवार 10 अप्रैल को भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव हर्षोल्लास और श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया जायेगा। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का जन्म त्रेतायुग में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था, इसलिए हर वर्ष इस तिथि को रामनवमीं या श्रीराम जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। भगवान श्रीराम का जन्मदिन मनाने का सही समय 9 अप्रैल को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच है।

पौराणिक कथा है कि त्रेतायुग में असुरराज रावण के वध के लिए भगवान विष्णु ने अयोध्या के महाराजा दशरथ और कौशल्या के पुत्र राम के रूप में जन्म लिया था। माना जाता है कि भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को दोपहर के समय कर्क लग्न में हुआ था। उस समय चन्द्रमा पुनर्वसु नक्षत्र में और सूर्य मेष राशि में था।

इस बार राम नवमी पर अतिशुभ योग बन रहे हैं. इस दिन तीन शुभ योग होन के कारण इसे त्रिवेणी नाम दिया गया है। ये त्रिवेणी संयोग बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन राम नवमी पर रवि पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का त्रिवेणी संयोग बन रहा है। ये तीनों ही योग इस दिन को अतिशुभ बना रहे हैं। इस दिन अगर आप मकान, वाहन आदि खरीदने की सोच रहे हैं, तो उसके लिए बहुत शुभ दिन है।

शुभ मुहूर्त

राम नवमी- रविवार 10 अप्रैल 2022

राम नवमी मध्याह्न मुहूर्त- सुबह 11:06 बजे से दोपहर 1:39 बजे तक

अवधि- 2 घण्टे 33 मिनट

राम नवमी मध्याह्न का क्षण- दोपहर 12:23 बजे

नवमी तिथि प्रारम्भ- रविवार 10 अप्रैल 2022 को सुबह 1:23 बजे से

नवमी तिथि समाप्त- सोमवार 11 अप्रैल 2022 को दोपहर 3:15 बजे तक