इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया जबलपुर लोकल सेंटर के तत्वाधान में ग्रीन एनर्जी क्लीन एनर्जी विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन रविवार को हुआ। इस सेमिनार में देश के ख्यातिलब्ध इंजीनियर्स और विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए तथा विचारों का सार्थक आदान-प्रदान हुआ
सेमिनार में मुख्यतः यह बात उभर कर आयी कि देश के पर्यावरण को बचाने ग्रीन एनर्जी का इस्तेमाल ही एकमात्र विकल्प है। सेमिनार में विशेषज्ञ इंजीनियरों ने परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के कारण हो रहे पर्यावरण के नुकसान के बारे में भी अपने विचार रखे तथा ग्रीन एनर्जी सोर्स और परंपरागत एनर्जी सोर्स के बीच कैसे सामंजस्य बैठाया जाए, ताकि प्राकृतिक कारणों से होने वाले व्यवधान के बीच उपभोक्ताओं को कम से कम प्रदूषित पर्यावरण उपलब्ध कराया जा सके।
सत्र के अंतिम दिवस ग्रीन एनर्जी विषय पर 15 विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान दिए। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के पूर्व प्रबंध संचालक इंजी. पीएआर बेंडे, रिटायर्ड मुख्य अभियंता इंजी केके मूर्ति, इंजी. मुदृल खरे, एटामिक इनर्जी विभाग जबलपुर के मुख्य अभियंता केसी शर्मा, नई दिल्ली से इंजी. शिखा त्रिपाठी, बनारस विश्व विद्यालय की रिसर्च स्कॉलर सुश्री आकृति विज्ञा आदि ने आज रविवार को व्याख्यान दिए।
इसके अलावा मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालन अभियंता इंजीनियर हितेश तिवारी ने ग्रिड में किस तरह ग्रीन एनर्जी को इंजेक्ट किया जा सकता है, विषय पर अपने व्यवहारिक पक्ष रखा, जिसे सम्मेलन में उपस्थित सभी विशेषज्ञों ने सराहा और इसे पूरे भारत में लागू करने की बात कही। इस दौरान एक सोविनियर का विमोचन मुख्य अतिथि डॉक्टर एसके कल्ला, विशिष्ट अतिथि इंजी संदीप गायकवाड तथा इंजी आरआर तनवर ने किया।
सेमिनार के समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता संदीप गायकवाड तथा मुख्य अतिथि एसके कल्ला रहे। सेमिनार के कन्वीनर डॉ विवेक चंद्रा ने दो दिवसीय सेमीनार की रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन लोकल सेंटर कार्यकारिणी सदस्य श्रीमति अंजनी पांडे ने किया तथा आभार प्रदर्शन सचिव इंजी संजय मेहता व इंजी एमएम रघुवंशी ने किया।
सेमिनार में आईआईआईटीडीएम जबलपुर के डायरेक्टर डॉ प्रवीण कोंडेकर, वेस्ट सेंट्रल रेलवे जबलपुर के प्रिंसिपल चीफ इलेक्ट्रिकल इंजी डॉक्टर राकेश कुमार गुप्ता, जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर डॉ वीके खन्ना, इंजीनियर मनीष वाजपेयी, इंजी. एसएस पवार, लोकल सेंटर के अध्यक्ष चेयरमैन इंजी. प्रकाश चंद्र दुबे, कार्यकारिणी के पदाधिकारी इंजी राकेश राठौर का विशेष योगदान रहा।