आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर बिजली कंपनियों की 44वीं अंतर क्षेत्रीय नाट्य प्रतियोगिता में भाग ले रहे मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आये विद्युत कंपनियों के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से तरंग ऑडिटोरियम में समां बांध दिया। एकल नृत्य व सामूहिक नृत्य की प्रस्तुतियां ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। नाट्य प्रतियोगिता का तरंग ऑडिटोरियम जबलपुर में एमपी ट्रांसको के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी के मुख्य आतिथ्य तथा एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक राजीव गुप्ता की अध्यक्षता में शुभारंभ हुआ। केंद्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद जबलपुर द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रतियोगिता में प्रदेश की विभिन्न विद्युत कंपनियों के 68 प्रतिभागियों सहित 8 क्षेत्रीय टीमें हिस्सा ले रही हैं। प्रतियोगिता में एकल, सामूहिक नृत्य, नुक्कड़ नाटक, एकाकीं नाटक के साथ नाट्य मंचीय स्पर्धा शामिल है।
शुभारम्भ अवसर पर ट्रांसकों के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने कहा कि जबलपुर में नाटकों का अपना एक अलग इतिहास और दशकों पुरानी परंपरा है। नाटक अपने विचार प्रकट करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने प्रतिभागियों को शुभकामना देते हुए कहा कि वे अपनी कला से अन्य के लिए प्रेरणा का कार्य करेंगे। प्रतियोगिता के आयोजन प्रभारी महाप्रबंधक आलोक श्रीवास्तव, प्रतियोगिता समन्वयक डॉ हिमांशु श्रीवास्तव, प्रतियोगिता प्रभारी जितेंद्र वर्मा तथा एनबी क्षेत्रीय के साथ प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्रीमती प्रगति विवेक पांडे एवं प्रसिद्ध नाट्य कर्मी श्रीमति उपासना उपाध्याय भी मंचासीन थीं। समारोह का संचालन राजेश पाठक प्रवीण व जयवंत धारपाटे ने किया।
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प्रथम दिन सारणी के पवन मेहरा ने गणेश वंदना पर आकर्षक नृत्य, जबलपुर की श्रीमती उर्मी मित्तल ने भादो बोले कभी सावन बोले, जबलपुर क्षेत्र की ही श्रीमती नूरजहां खान ने ओ रे पिया उड़ने लगा क्यों, जबलपुर केंद्रीय कार्यालय की श्रीमती अनुपमा तिवारी ने मैंने सुध बुध गवां कर राम रतन पा लिया जैसी प्रस्तुति से तरंग ऑडिटोरियम में बैठे दर्शकों का मन मोह लिया। नृत्य निर्देशक विश्वनाथ धागे के निर्देशन में जबलपुर की टीम ने राजस्थान लोक नृत्य सारो जग मुस्कुरावे आज पर बेहतरीन प्रस्तुति दी जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा।
सिंगाजी ताप विद्युत गृह खंडवा की टीम ने छत्तीसगढ़ी लोकगीत पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया जिसमें आदिवासी समाज के रीति-रिवाजों के साथ उनके समारोह में खुशी जाहिर करने का सजीव चित्रण था। इसके अलावा बिरसिंहपुर क्षेत्र के कार्मिकों ने सामूहिक कर्मा लोकनृत्य प्रस्तुत किया। नुक्कड़ नाटकों की स्पर्धा में सागर की टीम ने यह कैसा माहौल तथा चचाई क्षेत्र की टीम ने महिला सशक्तिकरण पर सटीक प्रस्तुतियां दी।