कलावर्त न्यास उज्जैन के तत्वावधान में आयोजित कला पर्व समारोह में विख्यात चित्रकार अवधेश बाजपेयी को उनके रचनात्मक अवदान व कला कर्म के लिए राष्ट्रीय अभ्युदय सम्मान से विभूषित किया गया। अवधेश बाजपेयी को सम्मान स्वरूप शाल, श्रीफल, वाकदेवी की प्रतिमा व प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।
कलावर्त न्यास उज्जैन द्वारा पिछले पच्चीस वर्षों से चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कला पर्व एवं कला शिविर का आयोजन जन सहयोग से किया जा रहा है। चार दिवसीय कला शिविर में चित्रकार अवधेश बाजपेयी चित्र बनाएंगे और नवोदित चित्रकारों का मार्गदर्शन करेंगे। इस आयोजन में देश भर के 150 से अधिक वरिष्ठ व युवा चित्रकारों के साथ कला विद्यार्थियों की भागीदारी होती है।
जबलपुर के अवधेश बाजपेयी और उनकी विशिष्ट चित्रकला देश के साथ विदेशों में प्रशंसित हुई है। पिछले वर्ष उनकी कलाकृति ‘अज्ञात’ का चयन नेशनल सेंटर ऑफ द टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआईएफआर) के होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एज्युकेशन मुंबई (एचबीसीएसई) की भारतीय चित्रकला संग्रह के लिए किया गया था।
अवधेश बाजपेयी पिछले तीन दशकों से अधिक से चित्रकला कर रहे हैं। देश भर की तमाम कला दीर्घाओं में उनकी प्रदर्शनी आयोजित हो चुकी है। हरिशंकर परसाई की जन्म शताब्दी के अवसर पर उनकी पेंटिंग पर आधारित कैलेण्डर काफ़ी चर्चित हुआ था।