डायबिटीज बीमारियों की जननी है। डायबिटीज के कोई लक्ष्ण नहीं है, लेकिन इससे पीड़ित होने के बाद समस्याएं आना शुरु हो जाती हैं। यह खतरनाक संकेत है। यह वक्तव्य डायबिटीज विशेषज्ञ डॉ विशाल कस्तवार ने एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के तत्वावधान में आयोजित डायबिटीज रोकथाम व बचाव विषय पर व्याख्यान पर दिया। उन्होंने कहा कि नियमित व्यायाम, भोजन में परिवर्तन, रक्त ग्लूकोज की निगरानी और समय-समय पर जांच करवा कर डायबिटीज से बचाव किया जा सकता है।
व्याख्यान कार्यक्रम में एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक रघुराज राजेन्द्रन, पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन राजीव गुप्ता, पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता मानव संसाधन व प्रशासन राजकिशोर खंडेलवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसके वर्मा एवं कार्टूनिस्ट राजेश दुबे सहित बड़ी संख्या में विद्युत कार्मिक उपस्थित थे।
देश में प्रत्येक ग्यारहवां व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित
डॉ विशाल कस्तवार ने कहा कि देश में प्रत्येक ग्यारहवां व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है। वर्तमान में देश में लगभग 8 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। इनमें से पचास प्रतिशत को डायबिटीज से पीड़ित होने की जानकारी ही नहीं है। उन्होंने कहा कि समाज में डायबिटीज की समझ व ज्ञान की कमी होने से इस बीमारी के प्रति भ्रम की स्थिति है।
जीवन शैली में परिवर्तन से डायबिटीज से मुक्ति संभव
जीवन शैली में एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक रघुराज राजेन्द्रन इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि समाज में खानपान और जीवन शैली में परिवर्तन आने से डायबिटीज से ग्रस्त लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। रघुराज राजेन्द्रन ने कहा कि जीवन शैली में परिवर्तन कर डायबिटीज से मुक्त भी हुआ जा सकता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक का ध्येय बीमारी के इलाज के साथ स्वास्थ्य गतिविधि को बढ़ावा देना भी होना चाहिए। देश में विदेशों की तरह चिकित्सक की सर्वोच्च प्राथमिकता यह रहे कि कोई भी व्यक्ति बीमार न हो और लोगों का स्वास्थ्य पूर्व की तुलना में और बेहतर बना रह सके।
मुख्य महाप्रबंधक राजीव गुप्ता ने कहा के पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक की रुचि के कारण डायबिटीज की रोकथाम व बचाव पर यह व्याख्यान कार्यक्रम संभव हो पाया। इस अवसर पर राजेश दुबे द्वारा डायबिटीज रोकथाम व बचाव पर बनाए गए कार्टून प्रदर्शनी का अवलोकन उपस्थितजन ने किया। यह प्रदर्शनी 4 मई तक शक्तिभवन स्थित केन्द्रीय ग्रंथालय में लगी रहेगी। कार्यक्रम का संचालन सतीश गुप्ता ने किया।