संस्कृति विभाग की मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी ने वर्ष 2021 एवं 2022 में प्रकाशित पुस्तकों पर 6 अखिल भारतीय पुरस्कार और 12 प्रादेशिक पुरुस्कारों की घोषणा की है। अखिल भारतीय पुरस्कार के रूप में 51 हज़ार रूपए एवं 12 प्रादेशिक पुरस्कार में 31 हजार रूपए की सम्मान राशि दी जाएगी। यह सभी सम्मान एक राज्य स्तरीय अलंकरण समारोह में दिए जाएंगे।
अखिल भारतीय पुरस्कार
मीर तकी मीर पुरस्कार डॉ. शफी हिदायत कुरैशी, दतिया को ‘इन्चिसात फिक्र पर, हकीम कमरूल हसन पुरस्कार आरिफ अजीज, भोपाल को जाविया-ए-निगाह पर, हामिद सईद खाँ पुरस्कार सुश्री रशन्दा मेहदी, दिल्ली को मानसून स्टोर पर, शादाँ इन्दौरी पुरस्कार बद्र वास्ती, भोपाल को नाच गान पर, जौहर कुरैशी पुरस्कार सुश्री रेणु बहल, दिल्ली को ‘जहान-ए-आरजू पर और इब्राहीम यूसुफ पुरस्कार रिजवान-उल-हक, दिल्ली को ‘खुदकुशी नामा” पर दिया जाएगा।
प्रादेशिक पुरस्कार
सिराज मीर खाँ सहर पुरस्कार श्री शऊर आशना, बुरहानपुर को इन्तेज़ार और कब तक पर, बासित भोपाली पुरस्कार डॉ. आजम, भोपाल को दर्द का चाँद बुझ गया पर, मो. अली ताज पुरस्कार अशोक मिजाज बद्र, सागर को में इकाई हूँ में समाज हूँ पर, नवाब सिद्दीक हसन खाँ पुरस्कार रशीद अंजुम, भोपाल को “आवाज की दुनिया का दोस्त अमीन सियानी पर, शैरी भोपाली पुरस्कार रफीक रवानी, रीवा को कुछ शेर कुछ कुतआत कुछ गजलें पर, कैफ भोपाली पुरस्कार (उर्दू शिक्षक) सुश्री रूशदा जमील, भोपाल को, शम्भू दयाल सुखन पुरस्कार महेन्द्र अग्रवाल, शिवपुरी को रूबरू’ पर, शिफा ग्वालियरी पुरस्कार डॉ. वासिफ खान यार, बुरहानपुर को “मिट्टी डाल पर, जौं निसार अख्तर पुरस्कार प्रो० आफाक हुसैन सिद्दीकी, भोपाल को उर्दू शायरी में शख्सी मर्सिये पर, पन्नालाल नूर श्रीवास्तव पुरस्कार रियाज आलम मोहम्मदी, जबलपुर को “तजल्लियाते बज़्मे सना पर, सूरज कला सहाय पुरस्कार श्रीमती खालिदा सिद्दीक, भोपाल को “गुलाबी शाम के साए पर एवं निदा फाजली पुरस्कार जमील अहमद जमील, जबलपुर को ‘रुबाबे फिक्र’ के लिए दिया जाएगा।