मांटेसरी स्कूल (शासकीय पूर्व प्राथमिक प्रशिक्षण संस्था) के वर्ष 1977-78 के विद्यार्थियों का दो दिवसीय पुनर्मिलन समारोह प्रारंभ हो गया। चालीस विद्यार्थी 44 वर्षों के बाद आज पुन: मिले तो उनकी उमंग व उत्साह देखते ही बना पड़ रहा था। मांटेसरी 78 के चालीस विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से स्कूल में प्रवेश किया। दो दिवसीय समारोह की शुरूआत स्कूल की प्रार्थना ‘’हम को मन की शक्ति देना मन विजय करे दूसरो की जय से पहले खुद को जय करे’’ से हुई।
पूर्व शिक्षिकाओं व वर्तमान शिक्षकों का सम्मान-इसके बाद औपचारिक समारोह में स्कूल के 75 बैच के विद्यार्थी और विधायक विनय सक्सेना, स्कूल की पूर्व शिक्षिका मंजू पॉल, रईसा बेगम, आशा सेलट, जानकी रिछारिया, राम मोहन रिछारिया और स्कूल की पूर्व कार्मिक कृष्णा बाई के साथ स्कूल के प्राचार्य डा. राम मोहन तिवारी, प्रधान अध्यापक रजनी द्विवेदी सहित अन्य वर्तमान कार्मिक उपस्थित हुए। मांटेसरी 78 की ओर से पूर्व शिक्षिकाओं व कार्मिक के सम्मान के साथ स्कूल के वर्तमान प्राचार्य, शिक्षिकाओं व कार्मिकों को शॉल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
विधायक विनय सक्सेना स्कूल में पहुंच कर हुए अभिभूत
मांटेसरी स्कूल के 75 बैच के विद्यार्थी और विधायक विनय सक्सेना ने कहा कि वे स्कूल के विकास व उत्थान के कटिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने पुराने स्कूल में इस समारोह में शामिल हो कर अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षिकाओं को सम्मानित करने से सब गौरवान्वित हुए हैं।
स्मारिका का विमोचन- विधायक विनय सक्सेना और पूर्व शिक्षिकाओं ने पुनर्मिलन समारोह के अवसर पर विशेष रूप से प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया। स्मारिका में विद्यार्थियों परिचय के साथ उनके भावनात्मक संस्मरणों का प्रकाशन किया गया है।
चालीस मिनट का पीरियड लगा
प्रथम दिवस के दूसरे सत्र में मांटेसरी 78 के विद्यार्थियों ने 44 वर्ष पूर्व की यादों को ताजा करने के लिए बकायदा डेस्क में बैठ कर चालीय मिनट के एक पीरियड में उपस्थिति दर्ज कराई। इस पीरियड में रईसा बेगम, आशा सेलट, जानकी रिछारिया व राम मोहन रिछारिया ने विद्यार्थियों से प्रश्न पूछे। विद्यार्थियों को सही उत्तर देने के लिए जहां शाबासी मिली वहीं नियमों का उल्लघंन करने के लिए सजा भी दी गई। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर सुलेख किया।
मांटेसरी 78 के समारोह में संगीता इंदुरख्या खरया, अशेष तिवारी, अमर मेहता, अमित जैन, सुबोध धांडे, पराग निगम, संजय शुक्ला, राजेश चौहान, विवेक वर्मा, अनिल दुबे, प्रतीक नेहरा, अंजना सूद, सुजाता पांडे, संगीता शुक्ला, दिनेश पहारिया, आनंद इंदुरख्या, राकेश बड़ेरिया, सुनीता यादव, नितिन टांकसाले, सीमा अग्रवाल, प्रभात कठल, अनुपमा ठक्कर, पारूल मेहता, निधि पांडे, विकास नेमा, पूर्णिमा मिश्रा, संजय भार्गव, विनय शुक्ला, योगेन्द्र जैन, नितिन राजे, अभिलाषा पारे काशिव, राजेन्द्र सिंह कौरव, पवन जैन, राजू जैन, डा. अमिताभ मित्रा की सहभागिता रही। पंकज स्वामी ने कार्यक्रम का संचालन किया।