साहित्य अकादमी ने की वर्ष 2022 के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा

साहित्य अकादमी ने अपने प्रतिष्ठित वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 की घोषणा कर दी है। 23 भारतीय भाषाओं के लिए घोषित इन पुरस्कारों में सात कविता-संग्रह, छ: उपन्यास, दो कहानी-संग्रह, दो साहित्यिक समालोचना, तीन नाटक, एक आत्मकथात्मक निबंध, एक संक्षिप्त सिंधी साहित्य इतिहास तथा एक लेख संग्रह की पुस्तकें शामिल हैं।

पुरस्कारों की अनुशंसा 23 भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारा की गई तथा साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में इन्हें अनुमोदित किया गया।

कविता के लिए पुरस्कृत सात लेखक हैं- रश्मि चौधुरी (बर) बद्री नारायण (हिंदी), अजित आजाद (मैथिली), कोइजम शांतिबाला (मणिपुरी), गायत्रीबाला पांडा (ओडिआ), जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ‘मणिÓ (संस्कृत), कजली सोरेन (जगन्नाथ सोरेन) (संताली)।

कहानी के लिए पुरस्कृत दो लेखक हैं- मनोज कुमार गोस्वामी (असमिया), सुखजीत (पंजाबी)।

उपन्यास के लिए पुरस्कृत छह लेखक हैं- अनुराधा रॉय (अंग्रेजी). माया अनिल खरंगटे (कोंकणी), प्रवीण दशरथ बांदेकर (मराठी), एम. राजेंद्रन (तमिळ), मधुरांतकम नरेंद्र (तेलुगु), अनीस अशफाक (उर्दू) को पुरस्कृत किया गया है।

साहित्यिक समालोचना के लिए पुरस्कृत दो लेखक हैं- फारूक फयाज (कश्मीरी), एम. थॉमस मैथ्यू (मलयाळम्)।

नाटक के लिए पुरस्कृत तीन लेखक हैं- वीणा गुप्ता (डोंगरी), केबी नेपाली (नेपाली), कमल रंगा (राजस्थानी)।

आत्मकथात्मक निबंध के लिए गुलाम मोहम्मद शेख (गुजराती)।

लेख संग्रह के लिए मुडनाकुडु चिन्नास्वामी (कन्नड)।

संक्षिप्त सिंधी साहित्य इतिहास के लिए कन्हैयालाल लेखवाणी (सिंधी) को पुरस्कृत किया गया है।

बाङ्ला भाषा में पुरस्कार बाद में घोषित किया जाएगा।

इन पुस्तकों को संबंधित भाषा के त्रिसदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए पुरस्कार के लिए चुना है। नियमानुसार कार्यकारी मंडल ने निर्णायकों के बहुमत अथवा सर्वसम्मति के आधार पर चयनित पुस्तकों के लिए पुरस्कारों की घोषणा की है।

यं पुरस्कार 1 जनवरी 2016 से 31 दिसंबर 2020 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों पर दिये गए हंै। पुरस्कार विजेता को पुरस्कार स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक लाख रुपये की राशि आने वाली किसी तिथि में एक विशेष समारोह में प्रदान किए जाएँगे।