हमारी माता-बहनें सुबह उठने के तुरंत बाद सबसे पहले घर में झाड़ू लगातीं है। इसका क्या कारण है। वास्तु के अनुसार सुबह सूर्योदय के तुरंत बाद घर में झाड़ू लगाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में झाड़ू लगाने के लिए दिन के पहले चार पहर को सही समय माना गया है। वहीं रात के चार पहरों में झाड़ू लगाने से घर में दरिद्रता आती है और धन की देवी लक्ष्मी नाराज़ हो जाती हैं।
वास्तु के अनुसार सुबह उठने के बाद घर से निकलते समय किसी को झाड़ू लगाते हुए देखना भी अच्छा माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर कई दिनों तक ऐसा हो रहा है, तो समझ लीजिए कि आपके जीवन की तंगी दूर होने जा रही है।
कभी भी ब्रह्म मुहूर्त में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए, ब्रह्म मुहूर्त में झाड़ू लगाना शुभ नहीं माना जाता। मान्यता है कि इस समय घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा आती है। ऐसे में अगर इस समय झाड़ू लगाई जाए और कूड़ा घर से बाहर निकाला जाए, तो सकारात्मक ऊर्जा नकारात्मकता में बदल सकती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त का समय देवताओं का समय माना गया है। इस समय उठने वाले व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य बना रहता है। मान्यता है कि इस समय उठने वाला व्यक्ति सेहतमंद रहता है।
अगर किसी कारणवश आपको ब्रह्म मुहूर्त में झाड़ू लगानी भी पड़े, तो इस बात का ध्यान रखें कि झाड़ू लगाने के बाद कचरे को घर से बाहर नहीं निकालना चाहिए, वरना आपको लक्ष्मी माता की भी नाराज़गी झेलनी पड़ सकती है।
धार्मिक या ज्योतिषीय कारणों से ब्रह्म मुहूर्त में झाड़ू लगाने से बचना चाहते हैं, तो आप दिन के किसी अन्य समय घर की सफ़ाई कर सकते हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ब्रह्म मुहूर्त में झाड़ू लगाने के लाभों का आनंद लेना चाहते हैं, तो आप इसे साफ़-सफ़ाई के लिए और सकारात्मक भावना के साथ कर सकते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
सूर्यास्त के बाद भी झाड़ू को नहीं छूना चाहिए।
अगर शाम को झाड़ू लगाना है, तो ढली शाम झाड़ू न लगाएं।
सूरज डूबने से पहले ही घर की साफ़-सफ़ाई कर लें।
वास्तु के अनुसार सुबह के समय नमक का पोछा लगाना सबसे शुभ माना जाता है।
दोपहर 12 बजे के बाद पोछा लगाने से बचना चाहिए।
शाम के बाद नमक का पोछा कभी नहीं लगाना चाहिए।
गुरुवार के दिन सामान्य झाड़ू-पोछा लगाने से भी बचना चाहिए।