NFIR के राष्ट्रीय अधिवेशन में अशोक शर्मा सहायक महामंत्री व सीएम उपाध्याय जोनल सचिव निर्वाचित

वेस्ट सेंट्रल रेलवे मज़दूर संघ के प्रवक्ता एवं संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि 5 से 7 सितम्बर 2022 को सिकन्द्राबाद में हुए एनएफआईआर, राष्ट्रीय अधिवेशन में पश्चिम मध्य रेलवे से WCRMS के बैनर तले जोनल अध्यक्ष सीएम उपाध्याय व अशोक शर्मा के नेतृत्व में जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडल से हजारों की संख्या में कर्मचारी शामिल हुए।

इस अधिवेशन में रेल कर्मचारियों के हितों से संबंधित बहुत सारे मुद्दों पर फेडरेशन ने प्रस्ताव रखा और उन कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का संकल्प लिया गया। साथ ही अधिवेशन में कार्यकारिणी समिति के बैठक ओपन सेशन, डेलीगेट सेशन, जनरल काउंसिल सेशन, महिला वकर्स सम्मेलन, युवा सम्मेलन आयोजित किया गया। अधिवेशन में निम्न मुद्दों पर प्रस्ताव संकल्प लिया गया। जिसमें-

• रेलवे में निजीकरण निगमीकरण को रोकना।
• कोरोना संक्रमण के दौरान जो रलवे कर्मचारी शहीद हुए उन कर्मचारियों को एक्सग्रेशिया 50 रुपये लाख दिलवाना।
• संरक्षा से जुड़े विभिन्न विभागों में शार्ट कट पद्धति को रोकना एवं रिक्त स्थानों पर कर्मचारियों की भर्ती करवाना।
• रेलवे भर्ती में लगे प्रतिबंध को हटाना।
• नई पेंशन स्कीम को समाप्त करना एवं पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करवाना।
• सभी रेलवे कर्मचारियों को बिना किसी सीलिंग के रात्रिकालीन भत्ता दिलवाना।
• संरक्षा कैटेगरी सभी कर्मचारियों को रिस्क एवं हार्डशिप भत्ता दिलवाना।
• रेल मंत्रालय के अविवेक पूर्ण निर्णय 50 प्रतिशत रिक्त पदों को सरेंडर करने के विरूद्ध अभियान चलाना।
• रनिंग स्टॉफ के पेंशन का सही निर्धारण करवाना।
• SPAD में रनिंग कर्मचारियों को कठोर दंड “नौकरी से रिमूव” निर्णय को पुनर्विचार कर सुधार करना।
• सभी रेल कर्मचारियों को अपग्रेडेशन का समुचित लाभ प्रदान करवाना।
• ट्रैक मेंटेनरों का ग्रेड पे रुपया 4200/- दिलाना।
• LDCE ओपन टू ऑल कराना।
• अंतर रेलवे स्थानान्तरण अनुरोध को बिना किसी शर्त के मंजूर करवाना।
• रनिंग स्टॉफ के माइलेज अलावंश को आयकर (इनकम टैक्स) से मुक्त करना।
• पॉइंट्स मैन कैटेगरी के लिए बेहतर करियर प्रोग्रेशन दिलाना।
• रेलवे में महिला कर्मचारियों के सुविधाओं में वृद्धि करवाना ।
• लार्जेस के तर्ज पर संरक्षा संबंधी नई सेवानिवृत्ति योजना पुनः लागू करना।
• ग्रेड पे की विसंगतियों को दूर करना।
• एमएसीपी में विसंगतियों को दूर करना।
• उत्पादकता लिंक बोनस वेतन गणना सीलिंग को हटाना।
• रेलवे कर्मचारियों के माता-पिता को प्रिविलेज पास और चिकित्सा सुविधा प्रदान कराना।
• मांगों की पूर्ति च लंबित मुद्दों के लिए कार्य योजना बनाना।
• एनएफआईआर कर्मचारी राहत कोष शुरू कर गंभीर बीमारी से पीड़ित एवं त्रासदी का सामना करने वाले पीड़ित कर्मचारियों को वित्तीय राहत प्रदान करवाना।

एनएफआईआर के महासचिव डॉ एम राघवैया ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 23 सूत्री मांगो को नहीं मानने पर एनएफआईआर एवं उसके सभी यूनियनों ने मिलकर संसद के सामने धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इस अधिवेशन में विशेष रूप से उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजीव रेड्डी ने बताया उनके नेतृत्व में सभी केन्द्रीय कर्मचारी संगठनों ने मिलकर वर्तमान केंद्र सरकार के खिलाफ सरकार के जन विरोधी व कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा।

एनएफआईआर के राष्ट्रीय अधिवेशन में एनएफआईआर के केंद्रीय पदाधिकारी एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें डॉक्टर एम राघवैया फिर से एनएफआईआर के महामंत्री एवं गुमान सिंह एनएफआईआर के अध्यक्ष चुने गए।

वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष सीएम उपाध्याय NFIR के जोनल सचिव व महामंत्री अशोक शर्मा NFIR के सहायक महामंत्री निर्वाचित हुए। NFIR की कार्यकारणी सदस्य राजेश पांडे, बिरेश तिवारी, डीपी अग्रवाल, अब्दुल खालिक, सुश्री अमृत कौर भी निर्वाचित घोषित हुए।