WCRMS के प्रयासों से रनिंग कर्मचारियों को मिला न्याय, असुविधा से मिलेगी निजात

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा तथा संयुक्त महामंत्री व संघ प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया कि पश्चिम मध्य रेल प्रशासन द्वारा दिनांक 11 नवंबर 2021 को आदेश जारी कर पश्चिम मध्य रेल कर तीनों मंडलों के बीच अंतर मंडलीय मालगाड़ियों के संचालन के लिये क्रू बीट में परिवर्तन किया गया था।

जिसमे जबलपुर मंडल के मालगाड़ी क्रू के कार्यक्षेत्र सीमित कर दिये गये थे। जिसके कारण जबलपुर मंडल के रनिंग कर्मचारियों की संख्या में कटौती हो जाती तथा उनके पदोन्नति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इस आदेश से जबलपुर मंडल के रनिंग कर्मचारी काफी क्षुब्ध थे।

जबलपुर मंडल के कर्मचारियों के हितों को देखते हुये वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ जबलपुर मंडल के मंडल सचिव डीपी अग्रवाल ने मंडल रेल प्रबंधक को पत्र लिखकर कड़ी आपत्ति जतायी तथा आदेश वापस लेने की मांग की अन्यथा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के संयुक्त महासचिव सतीश कुमार ने पत्र लिखकर तुगलकी फरमान को निरस्त करने की मांग की। वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के विरोध को देखते हुये पश्चिम मध्य रेल प्रशासन ने उक्त आदेश के अमल पर रोक लगा दी है तथा संघ को वार्ता के लिये आमंत्रित किया है।

रनिंग कर्मचारियों की इस लड़ाई में सफलता के लिये जबलपुर मंडल के रनिंग कर्मचारियों वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के पत्र लिखने और वार्ता के बाद मुख्य विद्युत लोको इंजीनियरों द्वारा प्रस्तावित क्रू बीट को लागू करने के पूर्व मान्यता प्राप्त संगठनों से बैठक करने के बाद ही उक्त आदेश को लागू किया जायेगा।

मजदूर संघ के द्वारा दिया गया विरोध पत्र एवं आपत्ति जाताने के बाद पमरे प्रशासन द्वारा रनिंग स्टाफ के हित के विरुद्ध लिये जाने वाले निर्णय को टाल दिया गया। इस अवसर पर एसआर बाउरी, संतोष त्रिवेणी, एसके सिंह, शिशिर श्रीवास्तव, यशविंद कुमार, अंकित मालवीय आदि ने हर्ष व्यक्त किया है ।