2 अक्टूबर से होगा MPEBTKS के आंदोलन का आगाज, अंतिम चरण में जेल भरेंगे बिजली कर्मी

मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के द्वारा भोपाल में संघ की प्रांतीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें संघ के संरक्षक रामसमुझ यादव, प्रांतीय अध्यक्ष शंभूनाथ सिंह, प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रदेशव्यापी आंदोलन की रूपरेखा बनाई गई। 

बैठक में संघ पदाधिकारियों ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन एवं विद्युत मंडल की उत्तरवर्ती कंपनियों के प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। श्रम नियमों का उल्लंघन एवं मानव अधिकारों का हनन किया जा रहा है। जिसमें सबसे ज्यादा शोषण आउटसोर्स कर्मियों का किया जा रहा है। आउटसोर्स कर्मियों को अवकाश नहीं दिया जा रहा है, उनके लिए मानव संसाधन नीति नहीं बनाई जा रही है। 

इसके अलावा विद्युत कंपनियों के संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किए जाने का वादा भारतीय जनता पार्टी के द्वारा वर्ष 2013 के जन संकल्प पत्र में किया गया था, लेकिन आज तक संविदा कर्मियों का नियमितीकरण नहीं किया गया। नियमित कर्मियों को 20 वर्षों से फ्रिंज बेनिफिट का लाभ नहीं दिया जा रहा है। जोखिम भत्ता में बढ़ोतरी नहीं की जा रही है।

इन सभी मांगों को लेकर प्रांतीय बैठक में निर्णय लिया है कि अंग्रेजों से देश को आजादी दिलाने वाले महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस 2 अक्टूबर से बिजली कंपनी के आउटसोर्स कर्मी, संविदा कर्मी एवं नियमित कर्मी आंदोलन करेंगे। आंदोलन के प्रथम चरण में 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक मंत्री, सांसद, विधायक को ज्ञापन पत्र सौंपा जावेगा। 

द्वितीय चरण 1 नवंबर से 30 नवंबर तक सभी डीसी, कार्यपालन अभियंता, अधीक्षण अभियंता के समक्ष जन जागरण किया जावेगा। तीसरे चरण में 6 नवंबर को इंदौर में संघ द्वारा अधिवेशन किया जावेगा। चौथे चरण में 5 दिसंबर को शाम 5 बजे सभी कंपनी मुख्यालयों में प्रदर्शन कर ज्ञापन पत्र सौंपा जावेगा। पांचवा चरण 1 दिसंबर से 17 दिसंबर तक मंत्री सांसद को दिए गए ज्ञापन पत्र पर संघ पदाधिकारियों के द्वारा चर्चा की जावेगी।

छठवें चरण में 18 दिसंबर को शाहजहानी पार्क में 3 बजे संघ द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन पत्र सौंपा जावेगा। सातवें चरण में 2 जनवरी 2023 को सभी 52 जिलों में 3 बजे संघ पदाधिकारियों के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की जावेगी। आठवें चरण में 6 जनवरी 2023 को मध्य प्रदेश के 52 जिलों की सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक डीसी, कार्यपालन अभियंता, अधीक्षण अभियंता के समक्ष एकत्रित होकर रैली के रूप में निकलकर आउटसोर्स कर्मी, संविदा कर्मी तथा नियमित कर्मी सहित जेल भरेंगे।

इस अवसर पर संघ के राजकुमार सैनी, अरुण मालवीय, रामकेवल यादव, राजेश काले, देवेंद्र बेस, रोहित गुर्जर, मसूद अहमद, शिवराम पाली, बीबी श्रीवास्तव, संदीप त्रिपाठी, संदीप ठाकरे, सुरेंद्र मेश्राम, विनोद दास, राजेश शरण, आजाद सकवार, जगदीश मेहरा, संदीप दीपांकर आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।