सुरक्षा संस्थानों के निजीकरण के खिलाफ ओएफके के कर्मचारियों ने किया क्रमिक धरने का आग़ाज़

आयुध निर्माणी खमरिया में सुरक्षा संस्थानों के तीनों महासंघ एआईडीईएफ, आईएनडीडब्ल्यूएफ, बीपीएमएस से सम्बद्ध ओएफके लेबर यूनियन, सुरक्षा कर्मचारी यूनियन (इंटक) और कामगार यूनियन खमरिया ने द्वार सभा के माध्यम से क्रमिक धरने का आरंभ किया।

जो प्रतिदिन लगातार यूनियन के तीन सदस्यों के साथ चलता रहेगा। साथ में फेडरेशन द्वारा कोई भी निर्णय लेने के पहले लोकल लेवल पर यूनियन धरना प्रदर्शन कर द्वार सभा करती रहेंगी।

यूनियनों ने निर्णय लिया है कि यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ यह धरना चलते चलते निर्माणी के आखिरी कर्मचारी तक जाएगा एवं निजीकरण के संबंध में सरकार द्वारा कोई भी पहल ना करने पर इसे भूख हड़ताल में तब्दील किया जाएगा।

विदित है कि सीएलसी द्वारा फेडरेशन को धोखे मे रखकर निजीकरण के प्रस्ताव को पारित किया जो घोर निंदनीय है।

यूनियन के अरुण दुबे, रामप्रवेश, राकेश शर्मा, राजेंद्र चडारिया, आनंद शर्मा, पुष्पेंद्र सिंह, अरनव दासगुप्ता, रूपेश पाठक, अमित चौबे, अखिलेश पटेल, प्रेम लाल सेन, जीजो जैकब, राहुल चौबे, गौतम शर्मा, कृष्णा शर्मा, अनिल गुप्ता ने क्रमिक भूख हडताल का समर्थन किया एवं इसे खमरिया से प्रारंभ किया जायेगा।