ओएफके कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं होने से उपज रहा आक्रोश

केंद्र सरकार द्वारा देश की 41 आयुध निर्माणियों को सात भागों में बांट कर निगम बना दिया गया है, जिस कारण निर्माणी के कर्मचारियों को भविष्य को लेकर चिंता हो गई है। जिसका असर निर्माणियों में साफ देखा जा रहा है।

कर्मचारियों को छोटी-बड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आयुध निर्माणी में व्याप्त विसंगतियों को देखते हुए सुरक्षा कर्मचारी यूनियन ने प्रबंधन को पत्र लिखकर समस्याओं का निराकरण की मांग की है।

यूनियन की मांग है निर्माणी में कोविड काल के दौरान मृत कर्मचारियों के आश्रितों को फैमिली पेंशन अभी तक नहीं मिली है, संबंधित आश्रितों को इसका लाभ अति शीघ्र दिया जाए। इसके अलावा कर्मचारियों का प्रमोशन और फिक्सेशन का एरियर्स, एंट्री पे का लाभ जिन कर्मचारियों को नहीं मिला है, उन्हें जल्द दिया जाए।

ज्वाइनिंग डेट या मेरिट बेस के संबंध में लगाए गए केस में कोर्ट के निर्णय के बाद उस आदेश के तहत कर्मचारियों के प्रमोशन ना होने से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, अतः उन कर्मचारियों का प्रमोशन और फिक्सेशन शीघ्र कराया जाए। CBO की गाइडलाइन के तहत संवेदनशील अनुभाग से स्टाफ का हस्तांतरण कराया जाए।

साथ ही स्टेट परिसर में होने वाली चोरियों एवं स्टेट आवासों के आवंटन में व्याप्त विसंगतियों को दूर किया जाए, कर्मचारियों कंडम क्वार्टर ना दिये जाएं। नवंबर माह में दीपावली त्योहार को देखते हुए कर्मचारियों का मासिक वेतन का भुगतान समय से पहले कराने का आग्रह किया है।

निर्माणी में विभिन्न समस्याओं के निराकरण हेतु सुरक्षा कर्मचारी यूनियन के अरुण दुबे जेसीएम II सदस्य ने कहा कर्मचारियों के वर्तमान हितों की रक्षा होनी चाहिए। यूनियन के महामंत्री आनंद शर्मा, अमित चोबे, अनुपम भौमिक, अखिलेश पटेल, महेंद्र रजक, अनिल गुप्ता, धर्मेंद्र रजक, राजीव रंजन, जीजो सी जैकब, राहुल चौबे, आशीष तिवारी, मुकेश विनोदिया, गुरप्रीत सिंह, मुकेश पाण्डेय, रमेश यादव, राहुल पटेल ने कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण अतिशीघ्र करने की मांग प्रशासन से की है।