Thursday, September 12, 2024
Homeमध्यप्रदेशआखिर बिजली अधिकारी ने बयां कर दी जमीनी हकीकत, कहा- आउटसोर्स कर्मियों...

आखिर बिजली अधिकारी ने बयां कर दी जमीनी हकीकत, कहा- आउटसोर्स कर्मियों का संविलियन जरूरी

बिजली कंपनी के अधिकारी, सरकार और कंपनी प्रबंधन के समक्ष अपनी जमीनी हकीकत बयां करने और सच कहने में किस कदर घबराते हैं, इसकी एक बानगी उस समय सामने आ गई, जब मध्यप्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि मंडल ने अधीक्षण अभियंता से आउटसोर्स कर्मियों की समस्याओं एवं बिजली कंपनी में नियमित कर्मचारियों की कमी पर चर्चा की।

सरकार और कंपनी प्रबंधन के समक्ष खामोश रहने वाले अधिकारी ने कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव से जमीनी हकीकत बयां करते हुए कहा कि आप लोग शासन से मांग करें कि आउटसोर्स कर्मियों को विद्युत कंपनी में नियमित करें या उनका संविलियन करें, जिससे आउटसोर्स कर्मियों का भविष्य खुशहाल होने के साथ ही जीवन भी सुरक्षित होगा और वे मन लगाकर कार्य करेंगे, उनमें अभी तो हमेशा नौकरी से निकाले जाने का डर बना रहता है।

हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मध्यप्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ प्रतिनिधियों के द्वारा विगत दिवस मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के अंतर्गत जबलपुर ग्रामीण सर्किल के अधीक्षण अभियंता नीरज कुचिया के साथ बैठक कर तकनीकी कर्मचारियों की लंबित समस्याओं पर चर्चा की गई।

जबलपुर ग्रामीण सर्किल के तीनों संभाग में लगभग 130 नियमित कर्मचारी हैं, जिनको 2 वर्षों से एक्स्ट्रा वेजेस एवं नाइट अलाउंस लगभग नहीं मिला है। वहीं 700 आउटसोर्स कर्मी हैं, जिनको जोखिम भत्ता नहीं दिया जा रहा है, जबकि ऊर्जा विभाग के द्वारा 1 साल पूर्व आदेश निकाला जा चुका है। इसके अलावा जिन आउटसोर्स कर्मियों से 30 दिन कार्य कराया गया है उनको चार दिन का वेतन दुगने दर से देना है।

इसके अलावा सर्किल में 24715 ट्रांसफार्मर लगे हैं, उन सभी में तांबे के तार का सर्किट फ्यूज लगाया जावे। अनेक जगह अल्युमिनियम तार के सर्किट फ्यूज लगे हुए हैं, उन्हें अलग किया जावे। अनेक वर्षों से सर्किट फ्यूज के बॉक्स जंग लगने की वजह से खराब और जर्जर हो गए हैं, उन्हें बदली किया जावे। एलटी एवं एचटी केबल अनेक जगह जली हुई है उसे बदली किया जावे या एलटी एवं एचटी टेप लगाया जावे। सब-स्टेशन 75 हैं, जिनमें से अनेक सब-स्टेशनों में डिस्चार्ज रॉड का अभाव है, जबकि प्रत्येक सर्विस स्टेशन में 6 डिस्चार्ज रॉड होना अति आवश्यक है। ऑपरेटर की सुरक्षा के लिए फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, बांस की सीढ़ी, सुरक्षा उपकरण, बरसाती, रबर एंकर शू, हेलमेट सहित होना अतिआवश्यक है।

 ग्रामीण सर्किल के तीनों संभाग के अंतर्गत 25 डीसी है, कुछ डीसी में टावर गाड़ी एवं बस की सीधी का अभाव है जिससे कर्मचारियों को करंट का कार्य करने में असुविधा होती है। चर्चा के दौरान अधीक्षण अभियंता ने संघ प्रतिनिधियों को बताया कि हमारे क्षेत्र में 219000 उपभोक्ता है, नियमित कर्मचारी 130 हैं एवं 700 आउटसोर्स कर्मी हैं। उन्होंने संघ से कहा है कि आप लोग शासन से मांग करें कि आउटसोर्स कर्मचारी को विद्युत कंपनी में नियमित या संविलियन करें।

चर्चा के दौरान संघ के मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, लखन सिंह राजपूत, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, विनोद दास, अमित मेहरा, जगदीश मेहरा आदि उपस्थित थे। अधीक्षण अभियंता ने तकनीकी कर्मचारियों की समस्याओं के शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया गया है।

संबंधित समाचार

ताजा खबर