Saturday, December 21, 2024
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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महेश्वर में की कई घोषणाएं, कहा- हमारी प्राचीन परंपरा का हिस्सा है शस्त्र-पूजन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शस्त्र-पूजन हमारी प्राचीन परंपरा का हिस्सा है। शस्त्र आत्मरक्षा, अन्याय और शोषण के विरुद्ध जंग का प्रतीक है। शस्त्रों के भरोसे ही धर्म और देश की रक्षा की जा सकती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को लोकमाता अहिल्या बाई की कर्मभूमि महेश्वर में “दशहरे” के अवसर पर शस्त्र-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि महेश्वर क्षेत्र में युवाओं को रोजगार देने के लिये इंडस्ट्रियल बेल्ट विकसित किया जायेगा। साथ ही यहां पर टूरिज्म विलेज भी बनेगा। महेश्वर में “अहिल्या लोक” भी बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शस्त्र पूजन के लिये महेश्वर को इसलिये चुना गया, क्योंकि लोकमाता देवी अहिल्या सुशासन और लोक कल्याण का प्रतीक रही हैं। जनता की सुविधाओं को लेकर जनता की इच्छा, आकांक्षाओं के आधार पर सरकार चलाना ही सुशासन है। इसका लोकमाता देवी अहिल्या बाई सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अवैध शस्त्र जब्त करने वाले सब इंस्पेक्टर को 31 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि देने के साथ कार्यक्रम में भक्तिपूर्ण माहौल के लिये भजन मण्डली को भी एक लाख रूपये देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई ने सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास के सिद्धांत पर चलकर काम किया। अपने राज्य की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने जनजातीय समाज से भी मदद ली। लोगों को रोजगार दिलाने के लिए देवी अहिल्याबाई ने औरंगाबाद, हैदराबाद, काशी एवं अन्य शहरों से कारीगरों को लाकर महेश्वर में बुनकरों को काम दिया और महेश्वरी साड़ी के नाम से देश में एक अलग पहचान बनाई। देवी अहिल्याबाई ने नारी सशक्तिकरण के लिए काम किया है। उन्होंने महिलाओं के लिए नर्मदा तट पर अलग घाट बनाये। लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने प्रियजनों के दिवंगत हो जाने के बाद भी जनता के अभिभावक के रूप में पूरी कुशलता के साथ अपने राज्य को चलाया। देवी अहिल्या के सिद्धांतों पर चलकर ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की भावना को लेकर काम कर रहे हैं और देश को निरंतर उन्नति की ओर ले जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश आज एक अलग पहचान बना रहा है। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें प्रधानमंत्री श्री मोदी के रूप में एक सशक्त नेतृत्व मिला है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने माता अहिल्या की 300वीं जयंती पर्व पर अहमदनगर का नाम अहिल्या नगर करने के लिए महाराष्ट्र सरकार और वहाँ के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने लोकमाता अहिल्या के कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना को जीवन्त कर दिया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के आधार पर अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है। भगवान राम ने भी अन्याय के विरुद्ध शस्त्र उठाए थे। उनकी इसी परंपरा को आगे बढ़ते हुए आज प्रदेश के सभी जिलों में शस्त्र पूजन के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। शस्त्र पूजन कार्यक्रम हमें आत्मरक्षा करने, अन्याय के विरुद्ध लड़ने की प्रेरणा देते रहेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर आगामी सिंहस्थ को ध्यान में रखकर महेश्वर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल अस्पताल में उन्नयन करने, झापड़ी में 5.50 करोड़ रूपये की सड़क निर्माण,बंगरिया से सोमा खेड़ी तक 4.50 करोड़ रूपये की सड़क निर्माण, मंडलेश्वर कॉलेज का नाम महर्षि मंडन मिश्र के नाम पर करने, क्षेत्र के 2 मंदिरों का जिर्णोद्धार करने, नरसिंह घाट का विस्तार करने, महेश्वर में टेक्सटाइल उद्योग को प्रोत्साहित करने, महेश्वर के पास में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने, बड़वाह- धामनोद मार्ग पर बड़वाह में डिवाइडर बनाने घोषणा की। उन्होंने स्थानीय सांसद एवं विधायक की मांग पर कहाँ कि मकर संक्रांति पर्व के पास महेश्वर में कैबिनेट की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि तहसील एवं जिलों की सीमाओं का युक्तिकरण करने के लिए परिसीमन आयोग का गठन किया गया है। इस आयोग की रिपोर्ट आने पर जिले एवं संभाग की सीमाएं बदल जाएगी और आम जनता को सहूलियत होगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रिमोट से महेश्वर में 83 करोड़ 20 लाख रुपए की लागत की 43 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। उन्होंने महेश्वर में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए खरगोन जिला शासन द्वारा तैयार की गई “खरगोन वैभव पुस्तिका” का विमोचन भी किया। इस अवसर पर शासन की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हित लाभ का वितरण भी किया गया।

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