भोपाल (हि.स.)। मध्यप्रदेश में सोमवार को होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। उज्जैन में महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल के साथ भक्तों ने होली खेली। प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी गुलाल व फूलों की होली भी खेली गई। मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में लोग जमकर झूमे। खजुराहो में विदेशी सैलानी भी डांस करते नजर आए। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लगने की वजह से मुख्यमंत्री निवास में होली मिलन समारोह स्थगित कर दिया गया।
राजधानी भोपाल में सुबह से लोग सड़कों पर उतरकर होली खेलते रहे। सड़कों पर हुरियारों की मस्ती नजर आई। बच्चे भी पिचकारियों से एक-दूसरे पर रंग बरसाते खासकर छतों से राहगीरों पर रंग डाल रहे थे। पॉश कॉलोनियों से बस्तियों तक हुर्रियारों की टोलियां रंग-गुलाल उड़ा रही थी। शहर में मुख्य आयोजन सोमवारा मंदिर के सामने था। ढोल-नगाड़े, डीजे की धुन पर शहर की कालोनियों में जगह-जगह सामूहिक रूप से हुर्रियारे नाच-गा रहे थे।
इधर, विश्व पर्यटक स्थल खजुराहो में होली पर अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां विदेशी पर्यटक भी होली से इतने प्रभावित नजर आए कि वे खुद को होली से सराबोर करने से रोक नहीं पाए। सामाजिक समरसता का प्रतीक कहे जाने वाले इस त्योहार का विदेशियों ने खूब आनंद उठाया। पर्यटकों ने भी स्थानीय नागरिकों से रंग-गुलाल लगवाया और उन्हें भी गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। खजुराहो के स्थानीय नागरिक भी पर्यटकों के साथ उत्साह से होली खेली।
खजुराहो में होली के त्योहार की शुरुआत मतंगेश्वर महादेव के मंदिर से की गई। मंदिर प्रांगण में सुबह से ही रंग की बौछारें शुरू हो गई। स्थानीय लोगों के साथ देशी- विदेशी पर्यटक बुंदेलखंडी गानों पर डीजे की धुन पर थिरकते और होली खेलते नजर आए। टूरिस्ट ग्रुपों को लेकर खजुराहो आए गाइडों ने बताया कि बुंदेलखंड की होली देखने और यहां की होली खेलने में पर्यटकों की खासी रुचि रहती है। वहीं, मंदसौर में पशुपतिनाथ मंदिर में होली पर जमकर जश्न मनाया गया। यहां श्रद्धालुओं ने भगवान पशुपतिनाथ के साथ गुलाल और फूलों से होली खेली।