मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा लगभग तीन वर्ष पूर्व चयनित परीक्षा पास कर चुके उच्च माध्यमिक व माध्यमिक शिक्षकों की परीक्षा व प्रमाण-पत्रों का सत्यापन होने के बाद भी आज दिनांक तक चयनित शिक्षकों के नियुक्ति आदेश जारी नहीं किये जा रहे हैं। जिससे प्रदेश के लगभग 21000 चयनित शिक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
जब सरकार द्वारा स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिये गये हैं तो इन शिक्षकों को भी नियुक्ति आदेश प्रदान कर शालाओं में कार्यभार ग्रहण कराया जाये। तीन वर्षों से तारीख पर तारीख मिल रही है, जिससे इन शिक्षकों में भय का माहौल है कि सरकार द्वारा सम्पूर्ण प्रक्रिया होने के बाद भी नियुक्ति आदेश क्यों नहीं जारी किये जा रहे हैं। यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि प्रदेश व देश का भविष्य निर्माण करने वाले नवीन चयनित शिक्षकों को शिक्षा मंत्री के पैरों पर गिरकर नियुक्ति आदेश जारी करने की मांग करनी पड़ रही है, परन्तु उनका सुनने वाला कोई नहीं है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अरवेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, नरेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डेय, सुरेन्द्र जैन, शकील अंसारी, प्रकाश सेन, राकेश सेंगर, प्रकाश जैन, मुन्नालाल पटेल, गोविन्द बिल्थरे, चन्दु जाउलकर, विवके तिवारी, नितिन अग्रवाल, श्याम नारायण तिवारी, प्रणव साहू, मनोज सेन, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, मो. तारिक, धीरेन्द्र सोनी, महेश कोरी, नितिन शर्मा, विनय नामदेव, संतोष तिवारी आदि ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के पूर्व शिक्षकों को नियुक्ति आदेश प्रदान कर शालाओं में शिक्षक दिवस मनाने का सम्मान दिया जाये।