अनूपपुर (हि.स.)। मध्य प्रदेश कैबिनेट व राज्य सरकार द्वारा संविदा नीति 2023 नीति जारी कर समस्त विभागों को तत्कॉल लागू करने के दिशा निर्देश दिए गए थे। परंतु एक वर्ष पूरा होने के उपरांत भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश द्वारा अब तक मानव संसाधन नीति जारी कर संविदा नीति 2023 के समस्त प्रावधान लागू नहीं किए गए हैं। इसे लेकर 22 जुलाई को एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण जिले में 427 एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मी सामूहिक अवकाश लेकर सेवा के दौरान मृत हुए साथियो के परिवार को न्याय दिलाने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करेंगे। वहीं कुछ संविदाकर्मी 22 जुलाई को भोपाल के कार्यक्रम में शामिल होंगे। समूहिक अवकाश हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सिविल सर्जन को संघ ने ज्ञापन शनिवार को सौंप दिया है।
ज्ञापन में बताया गया है कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा संविदा नीति जारी कर एनपीएस, 5 लाख रुपये का आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा संविदाकर्मियों और परिवार को उपलब्ध कराना, ग्रेज्यूटी, अनुकम्पा नियुक्ति, प्रतिवर्ष सीपीआर दर के अनुरूप इंक्रीमेंट, शासकीय कर्मचारियों के समान समस्त अवकाश, शासकीय भर्तियों में संविदा कर्मियों को 50 प्रतिशत का आरक्षण का लाभ, सहित कई ऐसी सुविधाएं है, जो मानव संसाधन नीति के द्वारा स्पष्ट तौर पर लागू होगी। जिसे जारी करने में एनएचएम ने कोई संज्ञान अब तक नहीं लिया है।
एक ओर एनएचएम संविदा कर्मियों के लिए नीति लागू करने के आदेश जारी नहीं हो रहे है, लेकिन स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल द्वारा स्वास्थ्य विभाग के नियमित पदों के विरूद्ध सेवाएं दे रहे संविदा कर्मियों के आदेश पिछले वर्ष ही जारी कर दिए गए है। ग्रेड-पे सुधार को लेकर 36 से अधिक केडर अपनी अपील प्रस्तुत कर चुके है, लेकिन एक साल हो गया अपील का निराकरण नहीं किया गया है।
प्रदेश के 32 हजार एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे है। 22 जुलाई को एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहकर संविदा नीति 2023 के बिंदुवार समस्त प्रावधान लागू कराने को लेकर भोपाल कूच कर राज्य स्तरीय कार्यक्रम करेंगे। संविदा जल्द ही अनिश्चितकालीन नीति 2023 लागू करने के आदेश जारी नहीं किये जाता तो अनिश्चित कालीन हड़ताल एवं काम बंद, कलम बंद का सामूहिक निर्णय लिया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अशोक कुमार अवधिया ने बताया कि एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी के समूहिक अवकाश में जाने से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। कुछ व्यवस्थायें प्रभावित हो सकती है।