Thursday, September 19, 2024
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जबलपुर के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को प्राप्त हुआ राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणन

केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र द्वारा पाटन के थाना एवं गडाघाट तथा शहपुरा के धरमपुरा आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणन दिया है। जिले के इन तीनों स्वास्थ्य केंद्रों ने सभी मानदंडों को पूरा कर यह प्रमाणन हासिल किया है। जो उनकी उच्च गुणवत्ता से युक्त स्वास्थ्य सेवाएं देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र द्वारा 4 जुलाई को संपन्न हुए मूल्यांकन में आयुष्मान आरोग्य मंदिर थाना को 86.28 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए है. साथ ही 5 जुलाई को हुए मूल्यांकन में आयुष्मान आरोग्य मंदिर गडाघाट को 91.16 प्रतिशत तथा 6 जुलाई को हुए मूल्यांकन में आयुष्मान आरोग्य मंदिर धरमपुरा को 86.59 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र द्वारा शुक्रवार 19 जुलाई को साझा किये गए एक पत्र के माध्यम से राज्य की टीम और सभी संबंधित लोगों को उनकी मेहनत के लिए बधाई दी गई है। केंद्र ने मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा द्वारा जिले में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किये गए कार्यों की प्रशंसा की है। साथ ही जिला क्वालिटी नोडल अधिकारी डॉ. आदर्श विश्नोई को निरंतर प्रशिक्षण देने और जिला गुणवत्ता मॉनिटर डॉ. शिखा गर्ग की चौबीस घंटे सहायता देने के लिए सराहना की है। केंद्र द्वारा जारी किये गए पत्र में गडाघाट सीएचओ भारती केवट को एच डब्ल्यू सी गडाघाट द्वारा लगातार दो वर्षों के लिए प्रमाणन प्राप्त करने के लिए किये गए प्रयासों की भी जमकर तारीफ की गई है.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र ने पत्र के माध्यम से पाटन ब्लॉक कम्युनिटी मोबिलाइज़र शिवाकांत उपाध्याय को भी बधाई और धन्यवाद देते हुए कहा है कि उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और सहयोग के बिना यह उपलब्धि संभव नहीं होती। शिवाकांत उपाध्याय ने हमारी टीम को मजबूत और प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही केंद्र द्वारा प्रमाणित स्वास्थ्य केंद्रों को सुझावित सुधार क्षेत्रों पर काम करते हुए उत्कृष्टता की ओर लगातार प्रयास करने और राज्य गुणवत्ता आश्वासन इकाई को कार्य योजना प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया गया है।

इसके अतिरिक्त तीनों केंद्रों को निगरानी ऑडिट में सुधार की पुष्टि करने और अपनी स्थिति को प्रमाणन इकाई एनएचएसआरसी के साथ निगरानी रिपोर्टों सहित प्रस्तुत करने की बात भी कही है. यह उपलब्धि से जबलपुर की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिससे इसके निवासियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य परिणाम सुनिश्चित होते हैं। 

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