WCRMS के महासचिव के खिलाफ रची जा रही घिनौनी साजिश, बनाया जा रहा समझौते का दबाव

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ के महासचिव अशोक शर्मा ने कहा है कि उनके खिलाफ घिनौनी साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि मज़दूर संघ को अपनी व्यक्तिगत प्रापर्टी समझने वालों को जोनल रेलवे के जाबांज संघ के सिपाहियों ने ऐसे लोगों को पमरे से खदेड़ने का काम विगत दिनों में किया है।

ट्रेड यूनियन में येन-केन-प्रकारेन काबिज रहने की और अपने परिवार को रेलवे की ट्रेड यूनियन में स्थापित नहीं कर पाने की बैचैनी बहुत गंदे और निचले स्तर पर पहुँच चुकी है, जिसका प्रमाण हैं कि आप सभी मेरे कुछ व्यक्तिगत पलों की फोटा जो कि फोटो शॉप एप का इस्तेमाल करके बनाई गई है, सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही हैं।

जिससे मेरी व्यक्तिगत व संगठन की छवि धूमिल करने का एक कुत्सित प्रयास भर हैं। ये जो फोटो व डीडीओ वायरल की जा रही हैं, यह लगभग 2 वर्ष पुरानी प्रतीत होती हैं तथा यह सभी फोटो एवं वीडियो मेरी पत्नि के मोबाइल पर इस धमकी के साथ 4-5 दिन पहले भेजी गई थी कि मैं आरपी भटनागर से समझौता कर लूँ नहीं तो यह पब्लिक में भेज दी जाएगी।

किन्तु वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे में मजदूर आंदोलन को मैं किसी की व्यक्तिगत प्रापर्टी नहीं बनने दूँगा। अगर वो ये समझते हैं कि इतनी गंदी और तुच्छ राजनीति जीवन के अंतिम समय मे करके बच जाएँगे, तो वो बहुत बड़ी गलतफहमी के शिकार हैं। किसी भी कीमत पर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ किसी की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं बनने दूँगा ये मेरी प्रतिज्ञा है।

वे पिछले 10 दिनों में अनेक बार समझोते हेतु गिड़गिड़ाए है, लेकिन सिद्धांतों के साथ तथा मजदूर संघ को वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मे बचाने के लिए किसी भी प्रकार की कुर्बानी देने को तैयार हूँ। उक्त गंदगी करवाने का अहसास मुझे पहले से ही था कि इस संबंध में विरोधियों द्वारा मेरा चरित्र हनन किया जा सकता है। इससे संबंधी रिपोर्ट जबलपुर सिविल लाइन थाने में 9 अक्टूबर को मेरे द्वारा प्रस्तुत की जा चुकी हैं, मेरी आशंका सही थी।

अतः मैंने विरोधियों द्वारा मेरे विरूद्ध किए जा रहे षड़यंत्र की ऑडियो रिकार्डिंग की सीडी सिविल लाइन थाने में 11 अक्टूबर 2021 को लिखित में प्रस्तुत कर दी थी। जबलपुर में इसके अतिरिक्त लगभग एक वर्ष से अधिक समय पूर्व मुझे उक्त फोटो व वीडियो को लेकर ब्लैकमेल करने का प्रयास किया गया। जिसमे मुझसे लाखों रूपये मांगे गए थे, जिसके प्रमाण मेरे पास मौजूद हैं जो कि पुलिस की सायबर काइम ब्रांच को आवश्यकता अनुसार समय पर प्रस्तुत किए जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि घिनौना षड़यंत्र जो कि मेरे खिलाफ किया जा रहा है, उसकी ऑडियो रिकार्डिंग विरोधियों द्वारा षड़यंत्र करने तथा चरित्र हनन करने हेतु वेसेरेमसंघ में लगभग 2 वर्ष पूर्व चपरासी के पद पर कार्यरत प्रशांत तिवारी से की जा रही है तथा जिसे सिविल लाइन थाना जबलपुर में सीड़ी बनाकर जमा किया जा चुका हैं।

अतः पुलिस प्रशासन एवं सायबर काइम में रिपोर्ट दर्ज की जा रही है, ताकि राजनैतिक विद्वेष स्वरूप की जा रही चरित्र हत्या के गुनाहगारों को सजा मिल सकें। मैं पुनः WCRMS के कैडर के साथ-साथ हजारो रेलकर्मियो व उनके परिवार ने जिस प्रकार इस धर्मयुद्ध में मेरा व मेरे सहयोगियों का साथ दिया हैं, उससे मैं अभिभूत हूँ। सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं।