बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मारपीट करने वाले आरोपियों पर एफआईआर दर्ज

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा मुरैना वृत्त के सबलगढ़ संभाग के बसन्त नगर, जौरा में शासकीय कार्य के दौरान बिजली कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार एवं मारपीट करने के आरोप में तीन आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। 

गौरतलब है कि कंपनी के मुरैना वृत्त के सबलगढ़ संभाग अंतर्गत जौरा वितरण केन्द्र में लाईन हेल्पर मनोज जाटव, आर्मी गार्ड वीरेन्द्र कुमार शर्मा, घनश्याम सिकरवार, मीटर रीडर हरिओम कुशवाह, विनोद प्रजापति, गौरव सिकरवार द्वारा बसन्त नगर थाने के सामने, जौरा निवासी उपभोक्ता श्रीमती सुनीता पाराशर पत्नी दिनेश पाराशर के परिसर में स्थापित कनेक्शन पर लंबित बकाया राजस्व वसूली का कार्य किया जा रहा था।

इस दौरान दिनेश पाराशर, संजय पाराशर एवं सुरेन्द्र त्यागी द्वारा शासकीय कार्य में बाधा डालने के साथ ही बिजली कंपनी के कर्मचारियों से दुर्व्यवहार, जाति सूचक गालियां एवं मारपीट की गई। कंपनी द्वारा घटना के तुरंत बाद जौरा थाने में शासकीय कार्य में बाधा डालने, अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मारपीट एवं दुर्व्यवहार करने पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। 

थाना जौरा द्वारा आरोपियों के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता 1860 अधिनियम की धारा 353, 332, 186, 294, 506, 34 एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) की धारा 3(1)(द), 3(1)(ध) एवं 3(2)(Va) में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।      

कंपनी ने कहा है कि प्रायः देखने में आ रहा है कि बिजली कर्मियों पर ड्यूटी के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट और दुर्व्यवहार किया जा रहा है। चूंकि ऐसी घटनाएं विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल गिराती हैं, इसलिए कंपनी के कार्यक्षेत्र में कार्यरत सभी नियंत्रणकर्ता अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ होने वाली दुर्व्यवहार या मारपीट की घटनाओं को पूरी गंभीरता से लिया जाए। 

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों से दुर्व्यवहार या मारपीट के मामलों को शासकीय कामकाज में बाधा डालने के तौर पर लिया जाकर तुरंत कानूनी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।

कंपनी ने मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा है कि विद्युत आपूर्ति की स्थिति पर लगातार नजर रखें और जिले के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर किसी भी अप्रिय स्थिति में उनसे आवश्यक सहयोग प्राप्त करें।