झूठा मामला दर्ज कराने से जबलपुर नगर निगम कर्मियों में रोष, अनवरत जारी रहेगा आंदोलन

तकनीकी अधिकारी कर्मचारी संघ के संरक्षक पंडित राम दुबे एवं तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के संरक्षक पं योगेंद्र दुबे, मध्य प्रदेश नगर निगम नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रांतीय संगठन सचिव कपिल आनंद दुबे, नगर निगम नगर पालिका कर्मचारी संघ जबलपुर जिला अध्यक्ष पं अनिल तिवारी, जिला सचिव बसंत पांडे, इकाई सचिव मुकेश रजक, रमेश मिश्रा, मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा इकाई अध्यक्ष संतोष तिवारी, मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के नगर निगम इकाई संरक्षक सुरेंद्र यादव, मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के अध्यक्ष योगेश चौधरी, राकेश समुद्रे ने बताया कि आयुक्त नगर निगम के तानाशाह रवैए के खिलाफ एवं 23 अन्य मांगों को समस्त क्रियाशील नगर निगम के कर्मचारी संगठनों ने शासन को पत्र दिया है, लेकिन अभी तक हमारी मांगे नहीं मानी गई हैं। अगर मांगे नहीं मानी गई तो नगर निगम का कर्मचारी संपूर्ण काम बंद हड़ताल के लिए बाध्य होगा। 

संगठन की मांगे-

1. आयुक्त द्वारा अधिकारी कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है जिससे कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।

2. समस्त 400 विनियमित कर्मचारियों का रेगुलाइजेशन।

3. 29 कर्मचारियों का विनियमितीकरण अभी तक लंबित है।

4. 15 कर्मचारियों की विभागीय जांच जिसमें कुछ लोगों की जांच आज भी लंबित है।

5. शिक्षा विभाग की सातवें वेतनमान एवं अतिथि शिक्षकों संबंधी मांग।

6. नरेश शर्मा की गबन संबंधी जांच एवं पद के दुरुपयोग संबंधी जांच की मांग।

7. सामुदायिक संगठको का रेगुलाइजेशन की मांग।

8. संविदा कर्मचारियों का रेगुलराइजेशन या 90% मानदेय बढ़ाए जाने संबंधी मांग एम आई सी में रखे जाने बाबत।

9. ऑफिस के समय का निर्धारण 18-18 घंटे काम लेने का मामला।

10. रिटायरमेंट के दौरान 10% उपादान की राशि जो 100% दी जाए जो कि रिटायर्ड होने के बाद भी कुछ लोगों की आज भी रुकी है।

11. पंचायत सचिवों के संविलियन के बाद रेगुलराइजेशन की मांग।

12. कंप्यूटर ऑपरेटरों का 5 माह का वेतन रुका हुआ है।

13. कंप्यूटर ऑपरेटर जो नगर निगम में कार्यरत हैं खूनी संविदा में रखे जाने बाबत।

14. पार्षद गणों द्वारा कर्मचारियों से आज संसदीय भाषा का प्रयोग किया जाना वर्जित हो।

15. ठेकेदार द्वारा ठेके के कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है।

16. ठेका प्रथा की समाप्ति की जावे।

17. आउट सोर्स के कर्मचारियों का  पी एफ क्यो जमा नहीं किया जा रहा है ।

18. वरिष्ठता का ध्यान रखते हुए और जो जिस पद पर है उसी पद का कार्य लिया जावे।

19. नगर निगम के विभिन्न विभागों में बरसों से कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, उनका स्थानांतरण किया जावे।

20. लाइटिंग का संपूर्ण कार्य स्मार्ट सिटी द्वारा अभी तक किया जा रहा था करोड़ों के घपले के बाद अब नगर निगम को सौंप दिया गया है जिसे पुन: स्मार्ट सिटी का लोटा दिया जावे।

21. स्मार्ट सिटी का कोई भी कार्य नगर निगम द्वारा नहीं कराया जाए।

महापौर, निगम अध्यक्ष, पार्षद कमलेश अग्रवाल, महेश राजपूत, अयोध्या तिवारी, सरदार अख्तर अंसारी से मुख्य बिंदुओं पर चर्चा हुई और उपस्थित सभी माननीयों ने हमारी मांगों पर गहन चर्चा अधिकारियों के समक्ष किए जाने की बात कही। इसी दौरान शासन द्वारा हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए असंवैधानिक कृत्य करते हुए कर्मचारी संगठन के नेताओं पर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई, जिससे समस्त कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।

इस अवसर पर दुर्गेश झारिया, नरेंद्र सिंह ठाकुर, वसीम भाईजान, रामदुर्गेश झारिया, रामकुमार तिवारी, राम बहुरी त्रिपाठी, गोविंद विश्वकर्मा, दिनेश सिंह ठाकुर, राम सुमिरन तिवारी, दीपक शर्मा, रामप्रकाश त्रिपाठी, दुर्गेश झारिया, केदार नामदेव, केदार पटेल, मुकेश तिवारी, जयकांत दुबे, गणेश कनौजिया, राकेश समुंदरे, योगेश चौधरी, किशोर दहिया, एबू डेविड, संजय यादव      (खो-खो संघ) बी सत्यनारायण, शेख, लाल आर्मो, जसवंत करोसिया, मुकेश बख्शी, प्रशांत राव आदि उपस्थित रहे।