किस कठिनाई से घरों तक पहुंचती है बिजली, प्रशिक्षु पत्रकारों ने समझी एमपी ट्रांसको की कार्यप्रणाली

मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के नयागांव स्थित 220 केवी सब-स्टेशन की कार्यप्रणाली और जबलपुर तथा आसपास इस सब-स्टेशन से होने वाली विद्युत आपूर्ति की प्रक्रिया और महत्व को रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन विभाग के प्रशिक्षु पत्रकारों ने जाना समझा और आश्चर्य व्यक्त किया कि हम नागरिक जिस आसान तरीके से विद्युत का उपयोग करते हैं, वह किस कठिनाई से लोगों के घरों तक पहुंचती है।

उल्लेखनीय है कि मास कम्युनिकेशन के विद्यार्थी वर्तमान में पावर सेक्टर के जनसम्पर्क प्रकोष्ठ में कार्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी में कार्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षु पत्रकारों ने विगत दिवस 220 के वी सबस्टेशन नयागांव जबलपुर का भ्रमण किया। जबलपुर 220 केवी सब-स्टेशन के सहायक अभियंता संतोष कुमार दुबे ने उन्हें 220 केवी सब-स्टेशन की कार्यप्रणाली, क्रियाशील ट्रांसफार्मर, उनका उपयोग तथा स्विच यार्ड के साथ कंट्रोल रूम सहित अन्य जानकारियां प्राप्त की।

संतोष कुमार दुबे ने प्रशिक्षु पत्रकारों को विस्तार से बताया कि किस तरह आम उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंचाई जाने वाली बिजली किन-किन चरणों से होकर उपभोक्ताओं तक पहुंचती है और इसमें ट्रांसमिशन कंपनी की क्या भूमिका है। इस दरमियान विद्यार्थियों ने 220 केवी सब-स्टेशन में नए पावर ट्रांसफार्मर को लगाने की प्रक्रिया भी देखी।

इस अवसर पर एमपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी के जनसम्पर्क अधिकारी शशिकांत ओझा, मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी केपी श्रीवास्तव व एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के जनसम्पर्क अधकिारी पंकज स्वामी उपस्थति थे।  

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने विद्यार्थियों को मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी की मैदानी बारीकियों को समझ कर वस्तुपरक रिपोर्टिंग के महत्व को समझने की सलाह दी थी। इसी तारतम्य में विद्यार्थियों के लिए यह भ्रमण आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने जाना कि सब स्टेशन में किसी भी एक उपकरण में आई खराबी किस तरह एक दूसरे के साथ जुड़ी रहती है और जिनका निदान कितना चुनौतीपूर्ण हुआ करता है।

कार्य प्रशिक्षण सत्र का संयोजन व समन्वय संचार अध्ययन एवं शोध विभागाध्यक्ष प्रो. धीरेन्द्र पाठक व अतिथि व्याख्याता डॉ संजीव श्रीवास्तव कर रहे है। कार्य अनुभव प्रशिक्षण सत्र के प्रतिभागी प्रशांत उपाध्याय, अरिन पांडे, तुष्टी दुबे, गज़ाला सिद्दीकी, शेख रेहान, राज सिंह पटेल, भूपेन्द्र सैनी, सत्यम त्रिपाठी व मुस्कान नायक हैं।