राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार में छाया मध्यप्रदेश, विभिन्न श्रेणियों में मिले 8 अवार्ड

राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2018-19 में एक बार फिर मध्यप्रदेश का परचम लहराया है। विश्व पर्यटन दिवस पर नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने पुरस्कार समारोह में हिंदुस्तान के दिल मध्यप्रदेश को 8 विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान किए। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की गरिमामय उपस्थिति में केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी और केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने पुरस्कार प्रदान किए।

पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व कर पुरस्कार ग्रहण किए। महापौर इंदौर पुष्यमित्र भार्गव, महापौर उज्जैन मुकेश टटवाल, प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला और अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड विवेक श्रोत्रिय विशेष रूप से मौजूद रहे।

मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा है कि केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय से मध्यप्रदेश को अवार्ड मिलना गौरवशाली पल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में प्रदेश ने पर्यटन में नित नए नवाचार किए है, जो आगे भी जारी रहेंगे। पुरस्कार पर्यटन विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारियों की मेहनत का फल है।

प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा है कि राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार, मध्यप्रदेश के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा। विश्व पर्यटन दिवस 2022 की थीम ‘री थिंकिंग टूरिज्म’ पर प्रदेश में पहले से ही कार्य करना शुरू कर दिया गया है। स्थानीय समुदाय को पर्यटन में सहभागी बनाते हुए सबका सहयोग और सबका विकास की अवधारणा के साथ प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं और सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश को मिले 8 राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार

  • ‘सिविक मैनेजमेंट ऑफ ए टूरिस्ट डेस्टिनेशन इन इंडिया’ (कैटेगरी ए) के लिए देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को पुरस्कार मिला है। इस कैटेगरी में प्रदेश को अब तक 7 अवॉर्ड मिल चुके है। 2010-11 और 2011-12 में मांडू, 2012-13 में पचमढ़ी, 2013-14 में महेश्वर, 2015-16 में खरगोन (कैटेगरी बी) और 2016-17 में ओंकारेश्वर (कैटेगरी बी) सम्मानित हो चुके हैं।
  • ‘स्वच्छ पर्यटन स्थान-वेस्टर्न रीजन’ की श्रेणी में पहली बार पुरस्कार नगर निगम उज्जैन को मिला है।
  • ‘बेस्ट मेन्टेंड एंड डिसेबल्ड फ्रेंडली मॉन्यूमेंट’ के लिए शिव मंदिर, भोजपुर को अवॉर्ड मिला है। इसके पहले 2017-18 में साँची स्तूप, 2014-15 में अमरकंटक मंदिर और 2013-14 में शिव मंदिर भोजपुर के लिए प्रदेश को यह सम्मान मिल चुका है।
  • ‘बेस्ट एयरपोर्ट-रेस्ट ऑफ इंडिया’ के लिए देवी अहिल्या बाई एयरपोर्ट, इंदौर को लगातार तीसरी बार यह सम्मान मिला है।
  • ‘एक्सीलेंस इन पब्लिशिंग-हिंदी’ कैटेगरी के लिए मालवा के भित्ति चित्र को अवॉर्ड मिला है। इसके पहले 2015-16 में सिंहस्थ ब्रोशर के लिए यह सम्मान दिया गया था।
  • ‘बेस्ट टूरिज्म प्रमोशन पब्लिसिटी मटेरियल’ के लिए भोपाल ब्रोशर को यह अवॉर्ड मिला है। इसके पहले 2017-18 में लोनली प्लेनेट पॉकेट बुक्स और 2010-11 में एमपीएसटीडीसी के कॉर्पोरेट ब्रोशर के लिए यह सम्मान मिला है।
  • ‘बेस्ट वाइल्ड लाइफ गाइड, वेस्टर्न-सेंट्रल’ के लिए पेंच टाइगर रिजर्व के गाइड श्री सुभाष भावरे को अवॉर्ड मिला है। 2017-18 में पन्ना से श्री मनोज कुमार द्विवेदी, 2016-17 में पन्ना से राधिका प्रसाद ओमरे और 2015-16 में सतपुड़ा से सईब खान को यह अवॉर्ड मिल चुका है।
  • ‘इंक्रेडिबल इंडिया बेड एंड ब्रेकफास्ट एस्टेब्लिशमेंट्स अप्रूव्ड बाय स्टेट गर्वमेंट’ के लिए मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क स्थित गाँव पटपरा के होमस्टे “कोटयार्ड हाउस” को अवॉर्ड मिला है।
  • प्रदेश को ‘स्वच्छ पर्यटन स्थान’ वेस्टर्न रीजन’ (उज्जैन) और ‘इंक्रेडिबल इंडिया बेड एंड ब्रेकफास्ट एस्टेब्लिशमेंट अप्रूव्ड बाय स्टेट गर्वमेंट’ (कोटयार्ड हाउस ‘होमस्टे’, मंडला) कैटेगरी में पहली बार अवॉर्ड मिले है। ‘बेस्ट वाइल्ड लाइफ गाइड’ के लिए लगातार चौथी बार मध्यप्रदेश के गाइड सम्मानित हुए है।