मध्य प्रदेश में उपभोक्ताओं को लगा करंट का झटका, महंगी हुई बिजली

मप्र विद्युत नियामक आयोग ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिये बिजली के दामों में 8 से 15 पैसे प्रति यूनिट तक की वृद्धि किये जाने को मंजूरी दे दी है।

मध्य प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को प्रदेश की विद्युत कंपनियों ने तगड़ा झटका दिया है। विद्युत कंपनियों ने बिजली के दामों में 8 से 15 पैसे प्रति यूनिट तक वृद्धि कर दी है। जिससे आने वाले महीनों में उपभोक्ताओं को बिजली का तेज करंट लगाना तय है।

जानकारी के अनुसार प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों की टैरिफ मूल्य वृद्धि की याचिकाओं पर निर्णय लेते हुये मप्र विद्युत नियामक आयोग ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिये बिजली के दामों में 8 से 15 पैसे प्रति यूनिट तक की वृद्धि किये जाने को मंजूरी दे दी है।

गौरतलब है कि प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों की ओर से मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने विद्युत वितरण कंपनियों का 40,016 करोड़ का घाटा दर्शाते हुये वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिये बिजली के टैरिफ में वृद्धि किये जाने के लिये मप्र विद्युत नियामक आयोग के समक्ष याचिका प्रस्तुत की थी।

विद्युत नियामक आयोग द्वारा घोषित नये टैरिफ के अनुसार घरेलू उपभोक्ताओं को अब 50 यूनिट तक के लिए 4.13 रुपये प्रति यूनिट, 51 से 150 यूनिट तक के लिए 5.05 रुपये प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक के लिए 6.45 रुपये प्रति यूनिट तथा 300 यूनिट से ज्यादा यूनिट के लिए 6.65 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली के दाम चुकाने होंगे।

वहीं विद्युत नियामक आयोग ने उपभोक्ताओं को राहत देते हुए मीटर किराया खत्म कर दिया है। अभी सिंगल फेस में 10 रूपए, थ्री फेस में 25 रूपए और 10 किलोवाट से ऊपर भार के उपभोक्ताओं को 125 रूपए प्रतिमाह मीटर किराया लगता है।

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