अंशधारकों के हितों को संरक्षित करने के लिए ओएफके कोऑपरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

ओएफके जबलपुर में सुरक्षा कर्मचारी यूनियन इंटक की ओर से प्रस्तावित वर्तमान अध्यक्ष महेंद्र रजक ने यूनियन एवं अंशधारकों के हितों को देखते हुए अपना ढाई साल का कार्यकाल पूरा करते हुए कोऑपरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर नई कार्यकारिणी के लिए मार्ग प्रशस्त किया। 

अध्यक्ष महेंद्र रजक के कार्यकाल में प्रबंध समिति के निर्वाचन तिथि से अब तक लगातार समिति के लाभ में बढ़ोतरी हुई एवं लगातार 10.5% लाभांश दिया गया। इस वर्ष के आय-व्यय के हिसाब से 10.5% लाभांश दिए जाने के बावजूद राशि बचेगी। जिसका अंशधारकों के हित में उपयोग किया जा सकता था, किंतु कुछ सदस्यों के अध्यक्ष बदलने की मांग किए जाने और इससे उत्पन्न अविश्वास की स्थिति के कारण प्रबंध समिति की बैठक नहीं हो पा रही थी एवं पूर्व में आहूत की गई जनरल बॉडी की मीटिंग भी नहीं हो सकी।

जिससे समिति में अब तक का सर्वाधिक लाभ की स्थिति होने के बावजूद अंशधारकों के हितों में लाए गए प्रस्ताव जैसे ब्याज दर 10% के आसपास करने ऋण सीमा 10 लाख करने गारंटी फंड आधा करने एवं लाभांश 10.5% देने के पश्चात शेष लाभ की राशि उपहार मद में वितरित करने जैसे अंशधारकों हितैषी प्रस्तावों का चर्चा नहीं हो पाने के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हो गई, जिस जिसमें अध्यक्ष पद के दायित्व का निर्वाह करने का कोई औचित्य नहीं बन पा रहा था।

अतः अंशधारकों के हितों को देखते हुए नए अध्यक्ष के चयन हेतु समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए ऐतिहासिक निर्णय महेंद्र रजक ने लिया। जिसका कामगार इंटक यूनियन के अरुण दुबे, नरेंद्र तिवारी, आनंद शर्मा, रूपेश पाठक, राजेंद्र चड़ारिया, अमित चौबे, प्रेम लाल सेन, अरुण मिश्रा, अखिलेश पटेल, अनिल गुप्ता, हृदेश यादव, राजीव रंजन राय, कृष्णा शर्मा, राकेश जसवाल, जीजो जैकब, धर्मेंद्र रजक, मुकेश विनोदिया, उदय जसवाल ने स्वागत किया है।