नई दिल्ली (हि.स.)। भाजपा के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई का 111 साल की उम्र में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि उन्होंने शाम को 7 बजे अंतिम सांस ली। उत्तर प्रदेश के कप्तानगंज के पराग छपरा में उनका निधन हुआ है। उनका असली नाम श्री नारायण था, लेकिन वे भुलई भाई के नाम से मशहूर थे। सोमवार को उनकी तबीयत खराब हुई थी। जिसके बाद उनको पराग छपरा स्थित घर में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 अप्रैल 2020 को सुबह टेलीफोन के माध्यम से उनका हाल चाल लिया था। उनको प्रणाम किया और शताब्दी पार करने की शुभकामना दी थी। भाजपा के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई नौरंगिया विधान सभा (वर्तमान में खड्डा) से दो बार विधायक रहे। भुलई भाई भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के साथ काम कर चुके हैं। श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल विहारी बाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी के साथ काम करने वाले भुलई भाई प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ के भी प्रिय थे।
उनके निधन से पूरे जनपद में शोक की लहर है । प्रशासनिक अधिकारी एवं राजनीति से जुड़े लोग उनके घर पहुंच गए हैं। शुक्रवार की सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सदस्य आर पीएन सिंह, कुशीनगर के सांसद विजय दुबे, विधायक विवेकानंद पाण्डेय, पीएन पाठक, पूर्व सांसद राजेश पांडे, पूर्व विधायक रजनीकांत मणि ने दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की सद्गति के लिए प्रार्थना की है।