यात्री सुविधाओं पर विचार-विमर्श करने तथा रेल सुविधाओं के विकास एवं विस्तार पर चर्चा करने हेतु विगत दिवस पश्चिम मध्य रेल, भोपाल मंडल परिक्षेत्र के सांसदों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के साथ भोपाल में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित सांसदों ने विगत वर्षों यात्री सुविधाओं के लिए किए जा रहे कई कार्यों की सराहना की।
इस बैठक में सांसद देवास महेंद्र सिंह सोलंकी, सांसद खंडवा ज्ञानेश्वर पाटिल, सांसद नर्मदापुरम दर्शन सिंह चौधरी, सांसद भोपाल आलोक शर्मा, सांसद सागर डॉ. लता वानखेड़े, सांसद ग्वालियर भारत सिंह कुशवाहा एवं राज्यसभा सांसद श्रीमती माया नारौलिया उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त अन्य सांसदों ने अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से सुझाव भेजे।
बैठक के प्रारंभ में महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय ने अपने उद्बोधन में पश्चिम मध्य रेल की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि आज की इस बैठक में हमें सभी सांसदों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा और आपके बहुमूल्य सुझावों का लाभ मिलेगा।
महाप्रबंधक ने बताया कि वर्ष 2024 के दौरान प्रधानमंत्री जी द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे की 4870 करोड़ रुपये लागत की 17 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है। इन परियोजनाओं में बीना-कटनी तिहरीकरण, इटारसी ग्रेड सेपरेटर, पोवारखेड़ा-जुझारपुर फ्लाईओवर, बरखेड़ा-बुदनी-इटारसी रेलखंड का तिहरीकरण, रामगंजमंडी-भोपाल नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत निशातपुरा-संत हिरदाराम नगर (9 किमी) एवं अकलेरा-घटोली (15 किमी) नई रेल लाइन, बुदनी गुड्स शेड, कटनी-सिंगरौली दोहरीकरण, और अमेठा स्थित गति शक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल जैसी परियोजनाएँ शामिल हैं। भोपाल में वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए नए कोचिंग कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास तथा “अमृत स्टेशन योजना” के अंतर्गत 53 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य भी प्रारंभ किया गया है।
महाप्रबंधक ने यह भी जानकारी दी कि पश्चिम मध्य रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 56.09 मिलियन टन माल लदान कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.5 प्रतिशत अधिक है। अधोसंरचना के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसमें 211 किमी नई रेल लाइन, दोहरीकरण और तिहरीकरण के कार्य संपन्न हुए हैं। भोपाल मंडल के 12 स्टेशनों पर कुल 37 ट्रेनों को नए ठहराव प्रदान किए गए हैं और 29 विशेष ट्रेनों द्वारा 60 फेरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही फरवरी से अगस्त 2024 के बीच 3 नई ट्रेन सेवाएँ शुरू की गई हैं।
महाप्रबंधक ने बताया कि भोपाल स्थित सवारी डिब्बा पुनर्निर्माण कारखाना (CRWS) द्वारा 737 कोचों और WRS, कोटा द्वारा 3474 वैगनों का पीओएच आउटटर्न कर मरम्मत कार्य किया गया है। मंडल रेल प्रबंधक भोपाल देवाशीष त्रिपाठी ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से मंडल की उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं और वर्तमान विकास कार्यों के बारे में बैठक में उपस्थित सांसदों को जानकारी दी।
बैठक की अध्यक्षता सांसद देवास महेंद्र सिंह सोलंकी द्वारा की गयी। बैठक के दौरान सांसद खंडवा ज्ञानेश्वर पाटिल ने खंडवा-बीड के मध्य मेमू ट्रेन चलाने, कोविड के दौरान बंद हुई भुसावल-नागपुर ट्रेन को पुनः प्रारंभ करने और खंडवा-सूरत के बीच नई रेल लाइन के सर्वेक्षण का सुझाव दिया। सांसद नर्मदापुरम दर्शन सिंह चौधरी ने बनापुरा में कामायनी एक्सप्रेस, गोवा एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस के ठहराव देने और सिवनी मालवा क्षेत्र में रेल अंडरब्रिज या ओवरब्रिज बनाने का सुझाव दिया।
सांसद भोपाल आलोक शर्मा ने निशातपुरा स्टेशन को प्रारंभ करने, द्वितीय प्लेटफॉर्म का निर्माण करने और निशातपुरा से बांद्रा-टर्मिनस तक ट्रेन चलाने का सुझाव रखा। इसके अलावा भोपाल से उदयपुर, रानी कमलापति से सूरत, भोपाल से लखनऊ और भोपाल से बेंगलुरु (वाया पुणे) के लिए ट्रेन सेवाएँ शुरू करने का भी सुझाव दिया। सांसद सागर डॉ. लता वानखेड़े ने सिरोंज-लटेरी-कुरवाई-समशाबाद नई रेल लाइन बनाने और भोपाल से सागर के बीच वंदे मेट्रो चलाने का सुझाव दिया।
सांसद ग्वालियर भारत सिंह कुशवाहा ने ग्वालियर से गुना के मध्य मेमू ट्रेन के फेरे बढाने एवं गाड़ी संख्या 14317 इंदौर-देहरादून एक्सप्रेस का मोहना स्टेशन पर हाल्ट प्रदान करने का सुझाव दिया। सांसद देवास महेंद्र सिंह सोलंकी ने सूरत-मुजफ्फरपुर-सूरत एक्सप्रेस का शाजापुर में ठहराव देने और सामान्य श्रेणी व आरक्षित श्रेणी के टिकट काउंटरों को अलग करने का सुझाव दिया।
राज्यसभा सांसद श्रीमती माया नारौलिया ने बनखेड़ी में ओल नदी के पास रोड ओवरब्रिज बनाने और नर्मदापुरम स्टेशन पर कई एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव का सुझाव दिया। बैठक के अंत में नीरज कुमार वरिष्ठ उप महाप्रबंधक पश्चिम मध्य रेल ने सांसदों का आभार व्यक्त किया। बैठक का संचालन अनुराग पाण्डेय, उप महाप्रबंधक (सामान्य) के द्वारा किया गया।