भारतीय रेलवे ने आज पूरे देश में संरक्षा मोबाइल एप्लीकेशन लांच करके यात्री संरक्षा की दिशा में एक और कदम उठाया। इस एप्लीकेशन का उद्देश्य भारतीय रेलवे के फ्रंटलाइन संरक्षा श्रेणी के कर्मचारियों की क्षमता निर्माण के माध्यम से रेल संरक्षा में सुधार करना है।
रेलवे बोर्ड के सदस्य परिचालन और व्यवसाय विकास रविंदर गोयल ने आज सभी मंडल रेल प्रबंधक, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक और भारतीय रेल के सभी मंडलों के अधिकारियों की उपस्थिति में संरक्षा मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया। इस एप्लीकेशन को 2013 बैच के आईआरटीएस अधिकारी दिलीप सिंह ने डिजाइन किया है, जो वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं।
इस अवसर पर नागपुर मंडल की डीआरएम श्रीमती नमिता त्रिपाठी ने नागपुर मंडल में पायलट प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन के बारे में बात की और बताया कि यह किस तरह से मंडल में सुरक्षा बढ़ाने में उपयोगी साबित हुआ है। अब रेलवे ने सभी जोनल रेलवे में इस एप को लांच करने का निर्णय लिया है, जिसमें 16 मंडलों को शुरू में रोलआउट के लिए चुना गया है।
यह एप्लीकेशन भारतीय रेलवे के विषय संबंधी ज्ञान को सूचना प्रौद्योगिकी, डेटा एनालिटिक्स और भविष्य में आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस के संभावित लाभ के साथ एकीकृत करता है, ताकि रेलवे कर्मचारियों की प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक बुद्धिमान, प्रभावी और स्केलेबल प्रणाली प्रदान की जा सके। इसमें स्मार्ट लर्निंग और फीडबैक मैकेनिज्म की सुविधा है, जो बहु-स्तरीय, वास्तविक समय फीडबैक और निगरानी को संभव बनाता है।