प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गांधीनगर गुजरात में चौथे ग्लोबल रिन्यूएवल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एवं एक्सपो (री-इंवेस्ट-24) का 16 सितंबर को शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इसमें शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मध्यप्रदेश में क्लीन और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों को साझा करेंगे।
एक्सपो में मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश राज्य इस समिट में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे हैं। इस वर्ष समिट के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय भागीदारों में ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, जर्मनी और नॉर्वे जैसे देश भी शामिल हैं।
क्या है री-इन्वेस्ट समिट
दुनिया को भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता को प्रदर्शित करने और बहुपक्षीय वार्ता शुरू करके क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। यह अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक निवेशों, डेवलपरों, निर्माताओं और नवोन्मेषकों (इनोवेटर्स) को एक साथ लाने का मंच है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य भारत में अक्षय ऊर्जा के विकास और स्थापना में तेजी लाना तथा भारतीय ऊर्जा हितधारकों को वैश्विक निवेश समुदाय से जोड़ना है।
पहला री-इन्वेस्ट इंडिया 2015 में और दूसरा 2018 में तथा तीसरा री-इन्वेस्ट इंडिया 2020 में आयोजित किया गया था। री-इन्वेस्ट इंडिया भारत और विदेशों से बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को आकर्षित करने में सफल रहा है। यह चौथी री-इन्वेस्ट समिट है, इसमें 40 से ज्यादा सेशन आयोजित किए जाएंगे। हजारों प्रतिनिधि-मंडल इसका हिस्सा बनेंगे। री-इन्वेस्ट 2024 का केंद्रीय विषय “मिशन 500 गीगावॉट” है।