मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिवाजी नगर भोपाल में सामाजिक न्याय और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित आनंद धाम आश्रम में बुजुर्गों के साथ दीपावली मनाई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन, ओरछा, ओंकारेश्वर एवं चित्रकूट में वृद्धजन के लिये वृद्धश्रम संचालित करने तथा उनमें वृद्धजन के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश आयुक्त सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण को दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बुजुर्गों को दीपावली की बधाई दी और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बुजुर्गों के साथ फुलझड़ी भी जलाई और उन्हें मिष्ठान एवं उपहार भेंट कर दीपावली मनाई। इस अवसर पर अनेक समाजसेवी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आनंद धाम की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ईश्वर के पश्चात माता-पिता का स्थान होता है। मेरे माता-पिता देवलोक गमन कर चुके हैं। लेकिन आज आनंद धाम में आकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अपने माता-पिता के बीच में आया हूं।
बुजुर्ग जन से भेंट और चर्चा के पश्चात मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आनंद धाम के पदाधिकारी गण से चर्चा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के धार्मिक महत्व के स्थान पर इस तरह के धाम और आश्रम प्रारंभ किए जाएंगे। इससे बुजुर्ग जन इन कार्यक्रमों से जुड़ सकेंगे। इसके साथ ही बुजुर्ग जन की सहायता और उपचार में मदद के लिए विशेष पहल की जाएगी। जिन बुजुर्गों के बच्चे विदेश में नौकरी कर रहे, उन्हें यहां आनंद धाम या वृद्धाश्रम में रहने पर यदि स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत होती है तो उनके लिए व्यवस्था की जाएगी। ऐसे बुजुर्गों को अस्पताल में दाखिल करवाया जा सके, इसके लिए अस्पताल में बेड भी आरक्षित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव को अपने बीच पाकर बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को आनंद धाम आने के लिए धन्यवाद देते हुए आशीर्वाद भी दिया।
आनंद धाम आश्रम में बुजुर्ग जन ने बड़ी देर भई नंदलाला.. और अन्य भजन गाकर भी सुनाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा आनंद धाम में बुजुर्गजन से आशीर्वाद प्राप्त करने और उनसे आत्मीय भेंट एवं चर्चा के अवसर पर सेवा भारती संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा प्रदेश में वरिष्ठजन के समग्र कल्याण एवं पुनर्वास के लिये 83 वृद्धाश्रमों का संचालन किया जा रहा है। वृद्धाश्रमों में वृद्धजन को आवास, भरण-पोषण, मनोरंजन, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। वृद्धजन के लिये प्रदेश में 11 नवीन 50 सीटर, वृद्धाश्रम भवन बैतूल, गुना, झाबुआ, मुरैना, सिंगरौली, उमरिया, सतना, जबलपुर, खरगौन, टीकमगढ़ एवं सीधी में संचालित हैं।