कोलंबो (हि.स.)। श्रीलंका के गुरुवार को हुए संसदीय चुनाव में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाले गठबंधन नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) ने शानदार प्रदर्शन किया है। एनपीपी ने कुल 6.8 मिलियन से अधिक वोट प्राप्त करने के बाद 18 बोनस सीटों सहित 159 सीटें जीती हैं। यह कुल गिने गए मतों का 61.56 प्रतिशत है। श्रीलंका के संसदीय इतिहास में यह पहली बार है कि किसी एक पार्टी ने आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत यह उपलब्धि हासिल की।
श्रीलंका के समाचार पत्र डेली न्यूज ने अपनी वेबसाइट पर मतगणना के नतीजों को अपडेट करते हुए यह जानकारी दी। 10वीं संसद के लिए हुए चुनाव में समागी जन बालवेगया (एसजेबी) मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है। एसजेबी ने 1.9 मिलियन से अधिक वोट (17.66 फीसद) प्राप्त करने और इस तरह पांच बोनस सीटों सहित 40 सीटें प्राप्त की हैं। इलंकाई थमिल अरासु कच्छी (आईटीएके) ने एक बोनस सीट सहित आठ सीटें, न्यू डेमोक्रेटिक फ्रंट (एनडीएफ) ने दो बोनस सीटों सहित पांच सीटें और श्रीलंका पोडुजना पेरामुना (एसएलपीपी) एक बोनस सीट सहित केवल तीन सीटें जीती हैं।
दिलिथ जयावीरा की सर्वजन बलाया कोई भी सीट जीतने में विफल रही, हालांकि, वह एक बोनस सीट हासिल करने में कामयाब रही। यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी), डेमोक्रेटिक तमिल नेशनल अलायंस (डीटीएनए) ऑल सीलोन तमिल कांग्रेस (एसीटीसी), ऑल सीलोन मक्कल कांग्रेस (एसीएमसी), जाफना-इंडिपेंडेंट ग्रुप 17 और श्रीलंका लेबर पार्टी (एसएलएलपी) ने एक-एक सीट जीती है।
तमिल अल्पसंख्यकों की सांस्कृतिक राजधानी उत्तरी जाफना जिले में एनपीपी (देश के दक्षिणी हिस्से में प्रमुख सिंहली बहुसंख्यक पार्टी) ने पारंपरिक तमिल राष्ट्रवादी पार्टियों पर पूरे जिले में विजय प्राप्त की। एनपीपी ने जाफना प्रांत में छह में से तीन सीटें जीतीं, जिससे वहां वर्चस्व रखने वाली पारंपरिक तमिल पार्टियों को झटका लगा। इससे पहले कभी सिंहली बहुल कोई पार्टी जाफना में नहीं जीती है। एनपीपी नेता और राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा कि एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने और विभाजित करने का युग समाप्त हो गया है। श्रीलंका की संसद में कुल 225 सीटें हैं। बहुमत का जादुई आंकड़ा 113 है।
किस पार्टी को मिले कितने वोट और कितनी सीट
नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) – 6,863,186 वोट (159 सीट)
समागी जाना बालवेगया (एसजेबी) – 1,968,716 वोट (40 सीट)
इलंकाई थमिल अरासु कच्छी (आईटीएके) – 257,813 वोट (आठ सीट)
न्यू डेमोक्रेटिक फ्रंट (एनडीएफ) – 500,835 वोट (पांच सीट)
श्रीलंका पोडुजना पेरामुना (एसएलपीपी) – 350,429 वोट (तीन सीट)