नई दिल्ली (हि.स.)। भारतीय संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 को लोकसभा में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज प्रस्तुत किया। इस विधेयक को पेश करने के प्रस्ताव को 263 मतों के पक्ष में और 198 मतों के विरोध में पारित किया गया। खास बात यह रही की पहली बार नई संसद में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से वोटिंग कराई गई।
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने वोटिंग की आधुनिक प्रक्रिया पर कटाक्ष करते हुए एक एक्स पोस्ट में कहा कि 129वें संविधान संशोधन विधेयक को पेश करने के लिए मतदान के दौरान संसद में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग विफल हो गई। कई वोटों की गिनती नहीं की गई। अंत में कागजी वोटों से ही सही संख्या का पता चला।
सूत्रों ने उनके इस बयान का खंडन किया है। उनका कहना है कि यह पहला अवसर था जब नई लोकसभा कक्ष में स्वचालित मत रिकॉर्डिंग मशीन का उपयोग किया गया। कुल 369 सांसदों ने अपने मत मशीन के माध्यम से दर्ज किए, जबकि शेष 92 मत पर्चियों के माध्यम से डाले गए। पर्चियों से डाले गए मतों में से 43 पक्ष में और 49 विरोध में थे।
उल्लेखनीय है कि इलेक्ट्रॉनिक तरीके से अब सांसद मत विभाजन के समय अपनी सीट पर लगे लाल, हरे और पीले बटन का इस्तेमाल कर क्रमशः विरोध, समर्थन और भाग नहीं लेने का विकल्प चुन सकते हैं। उनके मतदान के बाद स्क्रीन पर स्पष्ट रूप उनकी सीट नंबर के साथ उनका मत दिखाई देता है।