शिमला (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में सर्दी का प्रकोप चरम पर है। सोमवार रात प्रदेश में इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति जिले में न्यूनतम तापमान -17.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह इस सर्दी के मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है। राज्य के छह प्रमुख शहरों में भी तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। समधो में न्यूनतम तापमान -12.6 डिग्री, कुकुमसेरी में -12.8 डिग्री, केलंग में -8.3 डिग्री, कल्पा में -3.6 डिग्री, रिकांगपिओ में -0.9 डिग्री, मनाली में 2.2 डिग्री और शिमला में 6.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
मंगलवार को शिमला सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में खिली धूप ने लोगों को कुछ राहत दी। हालांकि मैदानी इलाकों में घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया। कांगड़ा, ऊना, मंडी और बिलासपुर जिलों में घने कोहरे के कारण दृश्यता कम रही औऱ यातायात प्रभावित हुआ।
शिमला व मनाली में नए साल पर बर्फबारी की उम्मीद नहीं
नए साल की पूर्व संध्या और पहली जनवरी को प्रदेश में बर्फबारी के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के विज्ञानी संदीप शर्मा ने बताया कि अगले 24 घंटों में मौसम साफ रहेगा। नए साल का पहला दिन यानी पहली जनवरी को भी प्रदेश के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में धूप खिली रहेगी।
ऊंची चोटियों पर बर्फबारी की संभावना
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 1 से 3 जनवरी के बीच हिमाचल की पर्वत शृंखलाओं में हल्की बर्फबारी हो सकती है। इससे ठंड का असर और बढ़ेगा। इसके अलावा 4 से 6 जनवरी तक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने की संभावना है। इससे पूरे प्रदेश में वर्षा और बर्फबारी हो सकती है।
शिमला व मनाली में 5 काे बर्फबारी के आसार
मौसम विभाग के अनुसार 5 जनवरी को शिमला और मनाली जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में बर्फबारी होने की प्रबल संभावना है। इस बार राज्य में अच्छी बर्फबारी हुई है। दिसंबर महीने में तीन बार बर्फबारी हो चुकी है। पिछले दिनों हुई बर्फबारी से प्रदेश के पहाड़ी इलाकों के जनजीवन पर असर पड़ा है।
दाे साै से अधिक सड़कें अब भी बंद
बर्फबारी के बाद प्रदेश में दो नेशनल हाईवे सहित 200 से अधिक सड़कें अब भी बंद हैं। लाहौल-स्पीति जिले में 130 से अधिक सड़कें ठप पड़ी हैं। इससे लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुल्लू जिले में भी दो नेशनल हाईवे बाधित हैं।किन्नौर, शिमला, कुल्लू, चंबा और मंडी जिलों के ऊपरी इलाकों में कई सड़कें अब तक बंद हैं। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रशासन द्वारा सड़कें खोलने के लिए काम किया जा रहा है।